पाकिस्तान ने बुधवार को यहां भारतीय दूतावास के प्रभारी को तलब किया और भारतीय हमलों के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया।
सेना ने कहा कि पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के शहरों पर आधी रात के बाद किए गए इन हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए और 46 घायल हो गए।
विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई स्थानों पर बिना उकसावे के भारतीय हमलों पर पाकिस्तान का कड़ा विरोध दर्ज कराने के लिए भारतीय प्रभारी को आज विदेश मंत्रालय में तलब किया गया।’’
इसमें कहा गया कि इन हमलों के परिणामस्वरूप महिलाओं और बच्चों सहित कई नागरिकों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
भारतीय प्रभारी को तलब किए जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह बताया गया कि भारत की आक्रामक कार्रवाई पाकिस्तान की संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन है। इस तरह की कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतर-राज्यीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले स्थापित मानदंडों का उल्लंघन है।’’
पाकिस्तान ने ‘‘भारत के शत्रुतापूर्ण आचरण के लिए निराधार औचित्य’’ को भी दृढ़ता से खारिज कर दिया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय पक्ष को चेतावनी दी गई कि इस तरह का लापरवाहीपूर्ण आचरण क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार को तड़के, 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।