भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान बहादुरी से राष्ट्र की सेवा करते हुए बुधवार को सर्वोच्च बलिदान देने वाले लांस नायक दिनेश कुमार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। 5 फील्ड रेजिमेंट के सैनिक कुमार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में दुश्मन द्वारा की गई भीषण और अंधाधुंध गोलाबारी के बीच ड्यूटी पर अपनी जान कुर्बान कर दी। एक आधिकारिक बयान में, भारतीय सेना ने अकारण की गई गोलाबारी से प्रभावित निर्दोष नागरिकों को अपना अटूट समर्थन दिया, और कहा कि उसके नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान सर्वोपरि है।
सेना ने कहा कि हम इन कायरतापूर्ण हमलों के शिकार हुए निर्दोष नागरिकों के साथ एकजुटता में खड़े हैं। राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, सेना ने कहा, “हमारे दुश्मनों के नापाक इरादों को दृढ़ और दंडात्मक कार्रवाई के माध्यम से विफल किया गया है और आगे भी किया जाएगा।” सेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जनरल ऑफिसर कमांडिंग और व्हाइट नाइट कोर के सभी स्तर के अधिकारी व जवान रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार के बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने सात मई को पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के दौरान अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हम पुंछ सेक्टर में निर्दोष नागरिकों पर लक्षित हमलों के सभी पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।’’
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला देते हुए भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइलों से हमले किए। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। बढ़ते तनाव को देखते हुए अधिकारियों ने आदेश दिया है कि जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी बंद रहेंगे। मंडल आयुक्त रमेश कुमार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को भी बंद रहेंगे। जम्मू संभाग में प्रशासन ने क्षेत्र के सभी 10 जिलों में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए हैं जो 24 घंटे काम करेंगे।