इंग्लैंड के मिल्टन कीन्ज में 1997 में आयोजित जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भारत के प्रमुख स्ट्राइकर रहे राजीव मिश्रा का 46 साल की उम्र में निधन हो गया। राजीव ने 1997 जूनियर विश्व कप में भारत को रजत पदक दिलाया था। हॉकी टीम 12 साल बाद टूनार्मेंट में वापसी कर रही थी। हालांकि भारत फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी। टूर्नामेंट में छह गोल के साथ मिश्रा को भारतीय हॉकी अगले स्टार के रूप में देखा गया। उनके निधन से खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
हॉकी इंडिया ने ट्वीट करते हुए कहा है कि हम अपने पूर्व जूनियर अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और 1997 एफआईएच जूनियर पुरुष विश्व कप के रजत पदक विजेता राजीव मिश्रा के निधन से बहुत दु:खी हैं। हम उनके परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।
घरेलू सर्किट में मिश्रा ने उत्तर रेलवे के लिए खेला और जनवरी 1998 में आयोजित इंडो-जर्मन टेस्ट सीरीज में सीनियर टीम के लिए पदार्पण किया था। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और 1997 जूनियर विश्व कप में मिश्रा के टीम साथी दिलीप टिर्की ने भी उनके असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया।
टिर्की ने ट्वीट करते हुए कहा है कि प्रतिभाशाली पूर्व जूनियर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी राजीव मिश्रा के असामयिक निधन के बारे में सुनकर मुझे गहरा दु:ख हुआ है। खेल के प्रति उनका जुनून और समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक था। उनके परिवार, दोस्तों और पूरे हॉकी समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है।