समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रभुत्ववादियों और सामंतवादियों को संरक्षण दे रही है। अखिलेश यादव ने कहा, ”सुमन जी के घर पर हमला अचानक नहीं षड्यंत्र के तहत हुआ है।” सपा मुख्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “प्रभुत्ववादी और सामंतवादी लोग दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों पर हमले कर रहे हैं। ये लोग जानते हैं कि वह कुछ भी करें सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी।”
अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पर हमला कर उन्हें डराने की कोशिश हो रही है। आगरा में सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमला सोची-समझी रणनीति और साजिश के तहत हुआ है।” उन्होंने कहा, “रामजी लाल सुमन के घर तोड़फोड़ हुई, आगरा में खुलेआम नंगी तलवारें लहराई गईं। जान से मारने की धमकी दी गयी। आगरा हिंसा सरकार द्वारा प्रायोजित है।” सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संविधान के अनुसार नहीं चल रही है और उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है। यादव ने कहा, ‘‘मैं अपने दलित सांसद सुमन जी के साथ खड़ा हूं, तो मुझे गोली मारने की धमकी मिल रही है। आखिरकार इसके पीछे कौन है। इस तरह की धमकियों का सरकार को खुद संज्ञान लेना चाहिए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
सपा प्रमुख ने यह भी दावा किया कि अगर समाजवादी पार्टी के लोग शिकायत कर रहे हैं तो भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जाति के आधार पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक जिन्हें कुशवाहा, मौर्य समाज भगवान की तरह मानता है उनकी जयंती पर सौहार्द पूर्ण आयोजन में एक व्यक्ति ने तलवार से केक काट दिया तो उस पर कार्रवाई हो गयी लेकिन ड्रोन की निगरानी में तलवारें लहराते भाजपाई लोगों को पूरा सम्मान दिया जाता है, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। यादव ने कहा कि आगरा में जो तथाकथित शक्ति प्रदर्शन था वह दिल्ली और लखनऊ वालों के बीच सत्ता संघर्ष से उपजा था।