भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव घोषणा पत्र में प्रधानमंत्री मोदी के ‘ज्ञान’ फार्मूले यानी गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी वर्ग के लिए बड़ी घोषणाएं होंगी। प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष के जातीय जनगणना के उछाले गए मुद्दे के जवाब में पिछले कई मौकों पर ‘ज्ञान’ की चर्चा करते हुए देश में गरीब, युवा, किसान और महिला जैसी सिर्फ चार तरह की जाति होने की बात कर चुके हैं। पार्टी ने मेनिफेस्टो जारी करने के लिए देश भर से एक करोड़ सुझाव जुटाए हैं। इन सुझावों पर पार्टी की मेनिफेस्टो कमेटी मंथन करने में जुट गई है। चुनिंदा सुझावों के आधार पर पार्टी संकल्प पत्र जारी करेगी। पहले चरण के चुनाव से पहले पार्टी संकल्प पत्र जारी कर देगी।
भाजपा ने दो तरह से जनता से सुझाव जुटाए हैं। एक तरफ़ देश की सभी लोकसभा सीटों पर चुनावी रथ भेजकर पार्टी ने जनता से सीधे सुझाव लिए तो दूसरी तरफ समाज के विभिन्न वर्गों के बीच बैठकें कर भी सुझाव लिए। डॉक्टर, वकील, इंजीनियर, उद्यमी, शिक्षक, विद्यार्थी, महिला, युवा, किसान आदि वर्गों के साथ भाजपा पदाधिकारियों ने हर राज्य में बैठक कर सुझाव लिए।
भाजपा ने 20 मार्च तक देश भर से सुझाव जुटाए हैं। बताया जा रहा है कि घोषणा पत्र कुछ ऐसा होगा, जिसमें भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का विजन भी होगा। प्रधानमंत्री मोदी अपने हर भाषण में विकसित भारत का आह्वान करते रहे हैं। लोकसभा चुनाव के संकल्प पत्र के जरिए भाजपा बताएगी कि कैसे 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य पूरा होगा।
भाजपा ने 250 स्थानों पर घोषणा पत्र के लिए समाज के विभिन्न वर्गों से संवाद कर सुझाव लिए। समाज की हर आकांक्षाओं को पार्टी ने समझने की कोशिश की है। पार्टी ने च मिस्ड कॉल नंबर 9090902024 से भी सुझाव लिए। इसके अलावा ईमेल, व्हाट्सअप, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भी पार्टी ने सुझाव हासिल किए।