विधान सभा उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। उत्तराखंड में केदारनाथ सीट पर उप चुनाव होना है। लेकिन यहां कांग्रेस में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया लंबी खिंचती जा रही है। पर्यवेक्षक दल की रिपोर्ट के बाद उपजे विवाद पर विराम लगाते हुए अब आखिरकार एआईसीसी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से ही नामों का पैनल मांगा, जो पीसीसी ने शुक्रवार शाम को भेज दिया है। अब एक-दो दिन में कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है। आखिर हाईकमान ने पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पीसीसी को भेजी और इसी रिपोर्ट के आधार पर पैनल में नाम मांगे गए। ये भी बताया जा रहा है कि तीन के अलावा किसी अन्य को भी टिकट देकर कांग्रेस सभी को चौंका सकती है। समाजवादी पार्टी उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन करेगी। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. सत्यनारायण सचान ने कहा कि भाजपा सरकार पहाड़ों से पलायन नहीं रोक पा रही है। उन्होंने उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है।
केदारनाथ उप चुनाव में कांग्रेस की ओर भेजे गए पैनल में पूर्व विधायक मनोज रावत, लक्ष्मण सिंह रावत और कुंवर सिंह सजवाण के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक सूत्रों की मानें तो नामांकन से ऐन पहले चौंकाने वाला नाम भी कांग्रेस घोषित कर सकती है। कांग्रेस की नजर भाजपा प्रत्याशी की घोषणा पर लगी हुई है। बताया जा रहा है कि प्रत्याशी घोषणा के बाद कांग्रेस भाजपा में भ् सेंधमारी कर सकती है। इसे लेकर भाजपा खेमा भी अलर्ट मोड पर है।
केदारनाथ उप चुनाव के लिए 29 अक्तूबर को नामांकन की अंतिम तिथि है। भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों दलों की एक-दूसरे के प्रत्याशियों पर नजर है। इसी वजह से घोषणा में दोनों दल देरी कर रहे हैं। बीजेपी ने नामांकन तिथि का तो ऐलान कर दिया है, लेकिन प्रत्याशी अभी तक घोषित नहीं किया है। भाजपा ने केदारनाथ की पूर्व विधायक आशा नौटियाल, दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत, कुलदीप रावत, कर्नल अजय कोठियाल, चंडी प्रसाद भट्ट और कुलदीप आजाद नेगी के नाम पैनल में भेजे हैं। इनमें दो नाम ऐसे भी हैं जो कांग्रेस के पैनल में भी शामिल हैं।