कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि इंग्लैंड की टीम भारत से मिली 434 रन की हार के बाद भावनाओं को पीछे छोड़कर बचे हुए दो मैच जीतकर सीरीज 3-2 से अपने नाम करने का लक्ष्य बनाएगी।
इंग्लैंड ने हैदराबाद में पहले टेस्ट में 28 रन से जीत हासिल की थी लेकिन विशाखापत्तनम में उसे भारत से 106 रन से हार मिली थी।
स्टोक्स ने कहा, ‘मैंने यहां आने से पहले बात की और कहा कि ऐसे हफ्ते मुश्किल होते हैं। इंग्लैंड के लिए मैच हारना ऐसा नहीं है कि आप वहां होना चाहते हो लेकिन व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि जीत या हार दिमाग में होती है।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने सुनिश्चित किया कि हर तरह की भावनाएं, सभी तरह की निराशा अब सिर्फ ड्रेसिंग रूम मेोंं ही रहेगी और सुनिश्चित करो कि यह यहीं तक सीमित रहे। हमारे दो और मैच बचे हैं और कप्तान के तौर पर मैं बस यही सोच रहा हूं कि इस सीरीज को 3-2 से जीतें।’
स्टोक्स ने कहा कि लगातार दो बुरी हार के बाद भी इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट के प्रति योजना में कोई छेड़छाड़ नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ‘बिलकुल भी नहीं। हमारा बल्लेबाजी लाइन अप अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भरा है। हम उन्हें परिस्थितियों के अनुसार खेलने की आजादी देते हैं। आप अंतर देख सकते हो।’
स्टोक्स ने कहा, ‘पिछले दो मैच में भारत ने काफी रन जुटाए, वे इसी तरह से खेलना चाहते हैं। हम भी कभी कभार ऐसा कर पाए, लेकिन ज्यादा लंबे समय तक बरकरार नहीं रख सके जबकि हम ऐसा करना चाहते थे।’
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली के जसप्रीत बुमराह की गेंद पर पगबाधा आउट हाने के फैसले पर अंपायर के डीआरएस निर्णय के बारे में उन्होंने और मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने मैच रेफरी जेफ क्रो से भी बात की।
उन्होंने कहा, ‘हम जैक के डीआरएस पर कुछ स्पष्टता चाहते थे। रिप्ले में गेंद साफ स्टंप से चूकती हुई दिख रही है। हम हॉकआई से कुछ स्पष्टता चाहते थे।
उन्होंने कहा कि नंबरों के अनुसार यह स्टंप हिट कर ही थी लेकिन ‘प्रोजेक्शन’ गलत था। मैं इसका मतलब नहीं जानता। कुछ गलत हुआ है, ऐसा नहीं है कि मैं दोषारोपण कर रहा हूं। बस यह ऐसा है कि क्या हो रहा है ?’