नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे पहलवानों के यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ के आरोपों में कोर्ट में दाखिल दिल्ली पुलिस की चार्जशीट से कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। चार्जशीट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने कहा कि अब तक की जांच के आधार पर बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और पीछा करने के अपराधों के लिए केस चलाया जा सकता है और दंडित भी किया जा सकता है।
बृजभूषण के खिलाफ 21 गवाहों ने अपना बयान दिया है। उनमें से 6 ने सीआरपीसी 164 के तहत अपना बयान दिया है। चार्जशीट के अनुसार विनेश फोगाट ने छह जगहों पर उत्पीड़न का जिक्र किया है। इसके अलावा कुछ लोगों की गवाही इसमें शामिल की गई है, जिनमें 16-17 लोगों ने पीड़िता के पक्ष में गवाही दी। इनमें कोच जितेंद्र और विजेंद्र भी शामिल हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट ने बृजभूषण को 18 जुलाई को तलब किया है।
आपको बता दें पुलिस ने एफआईआर में बृजभूषण के खिलाफ आपराधिक साजिश की धारा 506, महिला से छेड़खानी की धारा 354 और यौन उत्पीड़न की धारा 354 (A) के तहत केस दर्ज किया है। कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ जो 6 मामले दर्ज हैं, उनमें से दो में धारा 354, 354A और 354D के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं बाकी 4 केसों में सेक्शन 354 और 354A लगाए गए हैं।18 जुलाई को इस मामले में बड़ा घटनाक्रम हो सकता है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह को समन जारी किया है। वह खुद अदालत में पेश होंगे। शुरुआत में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कुल 7 महिला पहलवानों ने शिकायत दी थी, लेकिन बाद में एक नाबालिग पहलवान ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी।
दरअसल, पहलवानों ने 23 अप्रैल को अपने आंदोलन की शुरुआत की थी, जो 28 मई तक चला था। हालांकि बाद में सरकार के दखल के बाद यह समाप्त हो गया। इस आंदोलन को समाप्त कराने में होम मिनिस्टर अमित शाह की भी अहम भूमिका थी। उन्होंने पहलवानों को अपने घर पर बुलाकर बात की थी और उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया था। इसके अलावा अनुराग ठाकुर ने भी भरोसा दिलाया था कि इस मामले में 15 जून तक चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।