दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों से नाराज उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती एक्शन में नजर आ रही है। मायावती ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उत्तराधिकारी को लेकर एक बार फिर हवा देते हुये पार्टी सुप्रीमो मायावती ने रविवार को कहा कि उनके जीवनकाल में पार्टी का उत्तराधिकारी वहीं बनेगा जो पार्टी व मूवमेन्ट को आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे। इसे लेकर मायावती ने ताबड़तोड़ पांच ट्वीट किए।

मूवमेन्ट के लिए रिश्ते-नाते महत्वहीन
उन्होंने कहा कि बीएसपी, देश में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मानवतावादी आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के कारवां को सत्ता तक पहुंचाने हेतु, मान्यवर कांशीराम जी द्वारा सब कुछ त्यागकर स्थापित की गई पार्टी व मूवमेन्ट, जिसमें स्वार्थ, रिश्ते-नाते आदि महत्वहीन अर्थात बहुजन-हित सर्वोपरि है। इसी क्रम में मान्यवर कांशीराम जी की शिष्या व उत्तराधिकारी होने के नाते उनके पदचिन्हों पर चलते हुए मैं भी अपनी आखिरी सांस तक हर कुर्बानी देकर संघर्ष जारी रखूंगी ताकि बहुजन समाज के लोग राजनीतिक गुलामी व सामाजिक लाचारी के जीवन से मुक्त होकर अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

अन्तिम सांस तक पार्टी व मूवमेन्ट के लिए काम करें कार्यकर्ता
मायावती ने कहा कि कांशीराम जी की तरह ही मेरे जीतेजी भी पार्टी व मूवमेन्ट का कोई भी वास्तविक उत्तराधिकारी तभी जब वह भी,कांशीराम जी के अन्तिम सांस तक उनकी शिष्या की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट को हर दुःख-तकलीफ उठाकर, उसे आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे। उन्होंने कहा कि देश भर में बीएसपी के छोटे-बड़े सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी पार्टी प्रमुख द्वारा निर्देश, निर्धारित अनुशासन एवं दायित्व के प्रति पूरी निष्ठा व ईमानदारी से जवाबदेह होकर पूरे तन, मन, धन से लगातार काम करते रहना ज़रूरी है।

बहुजन समाज की एकमात्र आशा की किरण बीएसपी
मायावती ने कहा कि ज़िम्मेदारी के साथ ख़ासकर कैडर के बल पर, ज़मीनी स्तर पर पार्टी संगठन की मज़बूती व सर्व समाज में जनाधार को बढ़ाने के साथ ही आगे भी हर चुनाव की तैयारी में पूरी दमदारी के साथ लगना है ताकि बहुजन समाज की एकमात्र आशा की किरण बीएसपी को अपेक्षित व प्रतीक्षित सफलता मिल सके।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights