बरेली में एक बार फिर धार्मिक जुलूस को लेकर दो समुदाय आमने-सामने आ गए। समय रहते पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हालात को नियंत्रित कर लिया। लेकिन अभी भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। इस बार भी यह तनाव की स्थिति बारादरी थाना क्षेत्र में ही बनी है। यहीं पर सावन में कांवड़ यात्रा के रूट को लेकर विवाद हुआ था।
घेर जाफर खा से 250 से 300 बच्चों के साथ अंजुमन शुरू होती है। वहां से कांकर टोला, जगतपुर, शाहदाना, श्यामगंज जाती है। इसके बाद इसी रूट से वापस आती है। अंजुमन निकालने के दौरान रवि की आटा चक्की के पास लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि अंजुमन यहां से नहीं निकलती है। इसको लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। मामले की सूचना पर सीओ रूपेंद्र गौड़, इंस्पेक्टर बारादरी हिमांशु निगम वहां पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को काफी समझाया। इसके बावजूद वहां लोगों में नोकझोंक होने लगी। बड़ी मुश्किल से लोग शांत हुए।
बारहवफात पर जुलूस ए मोहम्मदी निकलता है। इसको लेकर शहर और आसपास के गांव से भी अंजुमन आती हैं। बारहवफात को मिलादुन नबी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था और इसी दिन उनका निधन भी हो गया था।