आरोप है कि एक मौलवी के कहने पर दो महिलाओं ने शिव मंदिर में नमाज पढ़ीं। वीडियो सामने आया तो हिंदू संगठनों ने बवाल शुरू कर दिया। सीएम योगी, यूपी पुलिस, डीजीपी, एडीजी, आईजी और बरेली पुलिस को ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की है। मामला भुता थाना क्षेत्र में केसरपुर गांव का है।
एसएसपी ने वायरल वीडियो और घटना की जांच CO को जिम्मेदारी है। हिन्दू संगठनों ने बताया कि केसरपुर गांव में प्राचीन शिव मंदिर में रविवार को दो महिलाएं पूजा के बहाने पहुंची और वहीं बैठकर नमाज पढ़ने लगी। आरोप है कि इन महिलाओं को ऐसा करने के लिए एक मौलवी ने कहा था। ग्रामीणों ने जब इन महिलाओं से इस हरकत के बारे में पूछताछ की तो इन महिलाओं ने बताया कि उन्हें सैदपुर की मजार के मौलवी ने भेजा था।
ग्रामीणों ने इस घटनाक्रम का वीडियो बनाकर x ट्विटर के माध्यम से एसएसपी, आईजी, मुख्यमंत्री और डीजीपी से शिकायत की। इस मामले में ग्रामीणों ने मौलवी और इन महिलाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कहा कि यह हरकत जानबूझ कर और जिले का सांप्रदायिक माहौल खराब करने के लिए किया गया है। इस शिकायत के बाद एसएसपी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई होगी।
वायरल वीडियो में साफ तौर पर प्राचीन शिव मंदिर का दृष्य नजर आ रहा है. इसमें दिख रहा है कि समुदाय विशेष की दो महिलाएं आती हैं और वहां बैठकर नमाज पढ़ने लग जाती हैं. उन्हें ऐसा करते देख मंदिर में मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया. फिर इन महिलाओं को रोकते हुए इनसे पूछताछ की. महिलाओं का कहना है कि मौलवी ने उन्हें इस मंदिर के बारे में बताया था. कहा था कि यहां बैठकर नमाज पढ़ने से उनकी सारी बाधा खत्म हो जाएगी. भुता थाना प्रभारी राजेश बाबू मिश्रा ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जा रही है.