पहाड़ों पर अनियोजित तरीके से हो रहे विकास का खामियाजा पहाड़ों के साथ-साथ वहां रह रहे लोगों को भी भुगतान पड़ रहा है। अब बिन बारिश और बरसात के भी पहाड़ टूटकर गिर रहे हैं।
चारधाम के तहत पहाड़ों को काटकर सड़कों के चौड़ीकरण का काम तेजी से चल रहा है, जिसके लिए पहाड़ों पर ब्लास्टिंग और कटिंग का काम किया रहा है। इसी कारण शनिवार को बद्रीनाथ हाइवे पर टैय्या पुल के पास पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा अचानक सड़क पर आकर गिर पड़ा।
इतना ही नहीं, बड़े-बड़े बोल्टर भी अलकनंदा नदी में गिरे। पहाड़ी का बड़ा हिस्सा गिरने से बद्रीनाथ हाइवे बाधित हो गया, जिसके कारण गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, पुलना, लामबगड़ का रास्ता बंद हो गया। रास्ता बंद होने से लोगों की आवाजाही बाधित हो गई। हालांकि इसमें कोई जन हानि नहीं हुई है। रास्ता खोलने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन ठंड बढ़ने और रात होने के कारण अब सुबह रास्ता साफ किया जाएगा।