मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट उन सभी चीजों से बहुत ही हताश हैं, जिस तरह से अब तक मामले को देखा गया है। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक समिति अपनी रिपोर्ट जमा नहीं कराती और बृज भूषण को बर्खास्त नहीं किया जाता, तब तक वे ट्रेनिंग करने नहीं जाएंगे।
बता दे कि इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्रालय ने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के तहत स्टार पहलवानों बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट का किर्गिस्तान और पोलैंड में प्रशिक्षण लेने का आग्रह स्वीकार कर लिया था। बजरंग किर्गिस्तान में 16 दिन और विनेश पोलैंड के स्पाला में 11 दिन ट्रेनिंग करना चाहती हैं।
टॉप्स के तहत खिलाड़ियों के हवाई यात्रा खर्च, रहने-खाने का खर्च वहन किया जाएगा। इसके अलावा विनेश की पार्टनर संगीता फोगाट, फिजियोथेरेपिस्ट अश्विनी जीवन पाटिल और बजरंग के कोच सुजीत मान का भी खर्च भी इसमें कवर होगा। बताया जा रहा है कि पहलवानों के ताजा इस दृष्टिकोण ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को नाराज कर दिया है।