मुज़फ्फरनगर। मिल मन्सूरपुर स्थित एमडीएस विद्या मन्दिर इण्टर कॉलिज में प्रबन्धक सन्दीप कुमार एवं प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति में सभी विद्यार्थियों के द्वारा पृथ्वी दिवस बडे उत्साह से मनाया गया। सुबह की प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों ने पृथ्वी के वातावरण पर मानवीय क्रियाकलापों से पड रहे दुष्प्रभावों की जानकारी दी तथा वातावरण को बचाने के उपाय बताए। अध्यापिका ज्योति पाल के नेतृत्व में हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं में सभी प्रतिभागियों ने बढ-चढ कर हिस्सा लेकर प्राकृतिक स्रोतों का इस्तेमाल करने का संदेश दिया। क्लास नर्सरी से 3 तक के विद्यार्थी ग्रीन यूनीफार्म पहनकर विद्यालय में पौधे लेकर आयें। क्लास 4 से 6 तक के विद्यार्थियों ने कपडे एवं कागज के थैले बनाकर प्लास्टिक की बनी पालीथीन का उपयोग न करने का संकल्प लिया। डस्टबिन बनाकर बच्चों ने पृथ्वी को ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिए पेड लगाने तथा आसपास सफाई रखने का संदेश दिया। क्लास 9 से 12 तक के विद्यार्थियों ने पर्यावरण जुडे विभिन्न विषयों पर पोस्टर बनाकर सभी को वातावरण को साफ रखने का संदेश दिया। विद्यार्थियों के द्वारा विद्यालय प्रांगण में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाये। सभी ने एक-एक पौधा लगाकर उसकी नियमित देखभाल करने का संकल्प लिया। प्रधानाचार्य अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा जिस तेजी से मनुष्य धरती के बहुमूल्य प्राकृतिक स्त्रोतों का दुरुपयोग करता जा रहा है उससे पूरी मानवता के लिए एक गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने लोगों से पानी, हवा, बिजली तथा जीवाश्म ईंधन आदि को व्यर्थ न करने को कहा। प्रबन्धक सन्दीप कुमार ने कहा कि प्रकृति को नष्ट न करें, उसके संरक्षण में योगदान दें। बच्चों को जागरूक करते हुए कहा कि प्रदूषण नहीं फैलाएं, लोगों को इस संबंध में समझाएं। जल का महत्व समझें। पानी बचाएं और लोगों को जागरूक करें। वॉटर हार्वेस्टिंग को समझें और उसका प्रयोग करें। अनिल शास्त्री ने कहा कि मातृभूमि को सुरक्षित रखने के लिए पेड़-पौधों का होना आवश्यक है। इस विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय आने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रेनू चौधरी,राजीव सिरोहा, ज्योति पाल,अंकिता बत्रा, विक्रान्त,राजीव कुमार, विपिन,कपिल कुमार,अनुज चपराना, वैशाली राठी, अंजू दीक्षित, आदित्य बालियान,सुरेश कुमार,अंकित खेरवाल आदि का विशेष योगदान रहा। संचालन अनिल शास्त्री ने किया।