तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिंसा के बीच हुए पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के घोषित नतीजों के मुताबिक अपने वर्चस्व को कायम रखने में कामयाब रही। दो साल पहले तृणमूल ने विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की थी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार शाम 7:30 बजे तक घोषित 27,985 सीट के नतीजों के मुताबिक 18,606 सीट पर जीत दर्ज कर ली है जबकि अन्य 8,180 सीट पर बढ़त बनाए हुए है।
राज्य में कुल 63,299 ग्राम पंचायत सीट के लिए मतदान कराया गया। तृणमूल कांग्रेस की निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने 4,482 सीट पर जीत दर्ज की है और 2,419 सीट पर उसके उम्मीदवार आगे हैं।
वाममोर्चा ने 1,502 सीट जीती हैं जिनमें से अकेले माकपा ने 1,424 सीट पर जीत दर्ज की है। वामदल इस समय 969 सीट पर रही, जबकि कांग्रेस ने 1073 सीट पर जीत दर्ज की है तथा 693 अन्य सीटों पर उसके प्रत्याशी आगे हैं।
हिंसा राज्य प्रायोजित : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा को ‘राज्य प्रायोजित’ करार दिया और दावा कि इसमें कम से कम 45 लोगों की मौत हुई है। पार्टी ने इस हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार की कड़ी निंदा की और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘निर्मम’ हैं क्योंकि हिंसा की घटनाओं के दौरान वह ‘मूकदर्शक’ बन सब देख रही थीं।
पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी। मतदान के दौरान मत पेटियां लूटी गयी, मतपत्रों में आग लगायी गयी और कई स्थानों पर प्रतिद्वंद्वियों पर बम भी फेंके गए।