प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के बाद से यूपी पुलिस एक्शन मोड पर है, लगातार आरोपियों के खिलाफ एनकाउंटर, बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है। इसी कड़ी में प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने माफिया के करीबियों के अवैध निर्माण को ढहाने के लिए नोटिस भेजा है। जिन भवन स्वामियों को नोटिस जारी किया गया है, उनके मकानों पर एक सप्ताह के भीतर पीडीए बुलडोजर चलाएगा। इस सूची में गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, नफीस, बल्ली पंडित सहित 20 लोगों का नाम शामिल हैं।
माफिया अतीक अहमद व उसके करीबियों पर सख्ती से निपटा जा रहा है। इस पर पीडीए के जोनल अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो माफिया के करीबी और उमेश पाल व दो सरकारी गनर की हत्या व साजिश में शामिल रहे। मेहंदौरी, बमरौली, तेलियरगंज, करेली चकिया, सुलेम सराय, धूमनगंज सहित शहर के अन्य क्षेत्रों में माफिया के उक्त करीबियों के अवैध पक्के निर्माण हैं। बताया कि जल्द ही इनके अवैध निर्माण को जमींदोज किया जाएगा। पीडीए उपाध्यक्ष अरविंद चौहान का कहना है कि अवैध निर्माण ढहाने की प्रक्रिया चल रही है।
जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे वैसे परतें धीरे-धीरे उधड़ रही हैं। माफिया अतीक ने भाई अशरफ तथा अन्य गुर्गों से वाट्सएप काल से बात कर सारा षड़यंत्र रचा था, यह तो शुरू में ही सामने आ चुका है। अब जांच में यह भी पता चला है कि असद ने वारदात से कुछ ही समय पहले 16 नए मोबाइल फोन और 16 सिम कार्ड खरीदकर आपस में बांटे थे। सबको वाट्सएप काल करना था। अतीक की बेगम शाइस्ता ने घटना से कुछ पहले एक-एक लाख रुपये खर्च के लिए दिए थे। 24 फरवरी को सुलेम सराय में जीटी रोड पर उमेश पाल और दो गनर की हत्या की साजिश को आखिरी रूप देने में चार प्रमुख नाम रहे।