मुजफ्फरनगर। जनपद पुलिस ने एक ऐसे शातिर शिक्षा माफिया गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो भोले-भाले लोगों से मोटी रकम ऐंठ कर जाली शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी का झांसा देते थे। पुलिस ने इन शातिर बदमाशों के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र, लैपटॉप,प्रिंटर,कंप्यूटर जैसी विभिन्न चीज भी बरामद की है। गिरफ्त में आये ये शातिर शिक्षा माफिया एक संगठित गिरोह बनाकर जाली शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाने व नौकरी लगवाने का झांसा देकर गांव देहात के अशिक्षित व बेरोजगार युवाओं को इंटरमीडिएट हाई स्कूल के जाली शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवा कर दिया करते थे, जिसकी एवज में यह प्रत्येक व्यक्ति से 30 से 40000 रुपए वसूल किया करते थे। जानकारी के मुताबिक नगर कोतवाली क्षेत्र के खालापार मोहल्ला निवासी गुलनवाज ने 2 दिन पूर्व थाने में लिखित शिकायत करते हुए यह जानकारी दी थी कि दसवीं की मार्कशीट बनवाकर नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसे आरोपियों ने 18000 रुपए हड़प लिए हैं। जिसके चलते पुलिस ने शिकायत के आधार पर इस मामले में 420 ,467,468 ,471 और 120 में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करते हुए आज दो शिक्षा माफिया मोहम्मद हासिन और शादाब को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने दर्जनों की तादाद में हाई स्कूल व दसवीं की मार्कशीट टीसी और अन्य शैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ-साथ कंप्यूटर लैपटॉप प्रिंटर आदि भी बरामद किए हैं। जबकि इस मामले में अब्दुल रहीम और राकेश नाम के दो व्यक्ति अभी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस प्रयास कर रही है। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना कोतवाली पुलिस ने जनपद में एक फर्जी मार्कशीट बनाकर वह नौकरी लगवाने का झांसा देने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों व्यक्तियों ने बताया कि यह एक बड़े गिरोह के सदस्य हैं जो अनपढ़ व फेल लोगों की मार्कशीट बनाना एवं फिर उनको नौकरी का झांसा देना, उनसे पैसे ठगने का काम करते है। यह लोग 25-30 हजार रुपये में मार्कशीट बना कर दे देते हैं। फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।