जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने मुस्लिम युवाओं से जन सुराज के निर्माण में भागीदार बनने का आह्वान किया है।
प्रशांत किशोर ने गुरुवार को राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ स्थित एक होटल में आयोजित बिहार की राजनीति में मुस्लिमों की स्थिति विषयक मंथन शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि मुसलमानों को जन सुराज के साथ जुड़कर राजनीति में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी चाहिए। जन सुराज अभी निर्माण के दौर से गुजर रहा है, और जो लोग इस समय जुड़ेंगे, वे संस्थापक सदस्यों के रूप में गिने जाएंगे। उन्होंने मुसलमानों को 18 प्रतिशत भागीदारी संगठन में भी और चुनाव की उम्मीदवारी में भी देने का आश्वासन भी दिया।
जन सुराज के संस्थापक ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान में मतदान का अधिकार देकर नेता चुनने का अधिकार दिया है। जब नेता कारगर साबित न हो तो उसे उसी वोट की ताकत से बदलने का भी अधिकार दिया है। जन सुराज से बेहतर विकल्प कोई नहीं हो सकता। किशोर ने मुस्लिम युवाओं का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘आप जन सुराज के निर्माण में भागीदार बनिए और अपना कंधा लगाइए। जन सुराज आपको प्रशिक्षित कर नेता बनाएगा और आप में नेतृत्व क्षमता विकसित करेगा। जिस तरह हिन्दु और मुस्लिम समाज मजबूती से जुड़ रहे हैं उससे बिहार में परिवर्तन तय है।”