पुलिस की गोपनीय जांच में अब माफिया अतीक-अशरफ के एक ड्रीम प्रोजेक्ट के रहस्यमय खुलासे हुए हैं। लंबी जांच के बाद रिपोर्ट में यह खुला है कि झलवा स्थित हाईटेक आवासीय योजना अशरफ का ड्रीम प्रोजेक्ट था। जेल में रहते हुए अशरफ ने अपने करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों को बिल्डरों के साथ मिलकर करोड़ों की इस योजना पर काम शुरू किया। नई कंपनियों की स्थापना के बाद, पहले किसानों की जमीनों को टेकओवर किया गया और इसके बाद हाईटेक सिटी का निर्माण हुआ। पुलिस ने कंपनियों के सारे लेन-देन सहित अन्य दस्तावेज और सबूत जुटा लिए हैं।
बिल्डरों से की गई पूछताछ के बाद, रिपोर्ट में बयान दर्ज हो गया है और पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है। इसके बाद शासन को रिपोर्ट भेजकर आगे की कार्रवाई की जाएगी, और मामला ईडी को भी भेजा जाएगा। झलवा स्थित इस हाईटेक सिटी योजना की कहानी माफिया अशरफ के करीबी दोस्त से जुड़ी है। पुलिस ने रिपोर्ट में दर्ज किया है कि जियाउद्दीन अशरफ के साथ पढ़ाई करता था। जियाउद्दीन ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2011 में अशरफ नैनी सेंट्रल जेल में बंद था और तब उसे, खालिद जफर, और नूर चकिया को जेल बुलाया गया था। अशरफ ने खालिद जफर से कहा कि मयंक नामक बिल्डर एक प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है, जिसमें मेरा पैसा लगा है, और अब तुम लोग कच्ची प्लॉटिंग करो। इसके बाद कई मीटिंग्स हुईं और बिल्डर मयंक, नूर चकिया, और वाजिद अली के साथ इस प्रोजेक्ट में शामिल होने का निर्णय लिया गया। इसके बाद कई फर्मों को स्थापित किया गया और रुपये का लेन-देन शुरू हुआ। जांच में स्पष्ट हुआ कि इस प्रोजेक्ट में माफिया अशरफ के रिश्तेदारों का भी पैसा लगा हैं।