एसटीएफ से अतीक-अशरफ व असद के मददगारों ने कई साक्ष्यों के साथ यह कहकर चौंकाया कि शाइस्ता प्रयागराज में ही छिपी है। यही नहीं इन लोगों ने जिन मोबाइल नम्बरों का जिक्र किया, उनकी लोकेशन भी बीतें दिनों प्रयागराज में अलग-अलग स्थानों पर रही। इन नम्बरों से सिर्फ कॉल की गई है। अब ये नम्बर स्विच ऑफ है।
जिन नम्बरों पर बात की गई, वह भी बंद है। इसमें दो मोबाइल नम्बर की लोकेशन मेरठ की निकली थी। इसी आधार पर एसटीएफ ने सोमवार को प्रयागराज व मेरठ में कई जगह बेहद गोपनीय तरीके से दबिश दी। इस दौरान कई लोगों से पूछताछ भी गई। हालांकि एसटीएफ का कहना है कि शाइस्ता प्रयागराज में छिपी है अथवा कहीं और…इस बारे में पता लगाया जा रहा है।
उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक-अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में मार दिये जाने के बाद एसटीएफ ने जांच और तेज कर दी है। इसी दौरान एसटीएफ ने दिल्ली से पकड़े गये मददगारों से दोबारा जेल में पूछताछ की। इन लोगों ने अतीक व असद के कुछ और करीबियों के नाम बताये। फिर इन लोगों से भी पूछताछ हुई।
इसी दौरान एसटीएफ को कई मोबाइल नम्बर बताये गये। ये मोबाइल शाइस्ता व अतीक की बहन आयशा नूरी के बेहद करीबियों के निकले। अतीक के बहनोई अखलाक के गिरफ्तार होने के चार दिन बाद इन नम्बरों की लोकेशन प्रयागराज में ही निकली। इस पर यह अंदेशा जताया जाने लगा कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब व आयशा नूरी प्रयागराज में ही छिपी हुई है। दो दिन पहले मुखबिरों की मदद से एसटीएफ को कई सटीक जानकारियां मिली थी।
रविवार को बरेली जेल में अशरफ से शूटरों के मिलने का वीडियो वायरल हुआ। इसके वायरल होने के बाद एसटीएफ ने मुखबिरों की मदद भी ली। इस दौरान कई जानकारियां मिली। इस पर ही एसटीएफ की दो टीमों ने प्रयागराज व मेरठ में कई जगह छापे मारे। हालांकि तीनों महिलाएं कहीं नहीं मिलीं। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक कुछ जानकारियां सामने आयी है। इससे ही लग रहा है कि एसटीएफ जल्दी ही इन फरार महिलाओं तक पहुंच जायेगी। कई टीमें इन्हें तलाश करने में लगी हुई है।