उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हाल ही में एक निजी स्कूल की कक्षा नौ की छात्रा की खुदकुशी के मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग के साथ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक पत्र याचिका दायर की गई है।
छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि स्कूल प्रशासन उसके इस कदम के लिए जिम्मेदार है। छात्रा ने उस स्कूल को बंद कराने की मांग की थी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने याचिका में सेंट मैरीज स्कूल की प्रधानाचार्य को निलंबित करने की भी मांग की है।
साथ ही अदालत से प्रयागराज के जिलाधिकारी को निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा बच्चों पर उत्पीड़न की कार्रवाई रोकने के संबंध में उठाए गए कदमों के संबंध में व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।
याचिका में अदालत से राज्य सरकार को प्रत्येक विद्यालय और कॉलेज में मनोवैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त करने के संबंध में एक सर्कुलर जारी करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
याचिकाकर्ता के मुताबिक 28 अक्टूबर, 2024 को एक समाचार पत्र में प्रयागराज के सेंट मैरीज स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा के खुदकुशी करने के संबंध में एक समाचार प्रकाशित हुआ जिसमें छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में इस कदम के लिए स्कूल को जिम्मेदार ठहराया था।