मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में वसंत पंचमी पर्व पर स्नानार्थियों का सैलाब उमड़ पड़ा। मौसम खुशनुमा था इसलिए रात तीन बजे से ही लोगों ने स्नान शुरू कर दिया। सुबह होने तक भीड़ अचानक बढ़ी और 8 बजे तक करीब चार लाख से अधिक लोगों के स्नान कर लेने का अनुमान प्रशासनिक आधार पर लगाया गया। मेलाधिकारी, मेला पुलिस के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए रहे और चारों तरफ सीटियों की आवाजें आती रहीं।
सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी लगातर लगातर घाट पर किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए भिझुयों, घटिया पंडो को हटा रहें हैं जिससे दूर दरार से आए लोगों को स्नान करने में कोई दिक्कत ना हो।
सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी लगातर लगातर घाट पर किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए भिझुयों, घटिया पंडो को हटा रहें हैं जिससे दूर दरार से आए लोगों को स्नान करने में कोई दिक्कत ना हो।
वसंत पंचमी माघ मेले का चौथा स्नान पर्व है। इसमें माना जाता है कि स्थानीय लोगों की संख्या अधिक होती है। प्रयागराज के अलावा प्रतापगढ़, अमेठी, सुल्तानपुर, भदोही, संत रविदास नगर, वाराणसी और कौशाम्बी के भी लोग स्नान करने पहुंचे। ब्रह्म मुहूर्त में हर हर गंगे के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। घाट पर किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसलिये संगम वाच टावर से लगातार एनाउंस किया जाता रहा।
सुबह सात बजे तक स्नानार्थियों से भर गया घाट सुबह पांच बजे संगम नोज पर भीड़ बढ़ी । सात बजे तक घाट स्नानार्थियों से भर गया। लगातर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।