उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में तेंदुए के हमले से बीते सोमवार को 9 साल के समीर अंसारी की मौत हो गई थी। पोते की मौत का सदमा उसके दादा बर्दाश्त नहीं कर पाए और मंगलवार को उनकी भी मौत हो गई। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि तेंदुए के हमले से अब तक इलाके में 6 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 7 बच्चे घायल हो चुके हैं।
क्षेत्रीय वन अधिकारी एम बी सिंह ने बताया समीर बकरियां चराकर जब सोमवार शाम लौट रहा था तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और उसे जंगल की ओर ले गया। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ मिलकर बच्चे की तलाश शुरू की और उसका शव क्षत-विक्षत हालत में झाड़ियों में मिला।
जिलाधिकारी अरविंद सिंह ने कहा कि तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने और ड्रोन कैमरों से उसकी तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित परिवार को मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। क्षेत्रीय विधायक एसपी यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग की लापरवाहियों के कारण मासूम बच्चों की जान जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि मृतक बच्चों के परिजनों को दस-दस लाख का मुआवजा दिया जाए।