उत्तर प्रदेश आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने बुधवार को आयुध निर्माणी कानपुर के एक कर्मचारी को संवेदनशील जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के साथ साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया। यह जानकारी एटीएस के एक आधिकारिक बयान से मिली। एटीएस ने बयान में कहा कि आरोपी की पहचान कुमार विकास के रूप में की गई है और वह आयुध निर्माणी कानपुर में जूनियर वर्क्स मैनेजर के रूप में कार्यरत था। बयान के अनुसार, कुमार विकास एक संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था, जिसने ‘‘नेहा शर्मा” नाम का इस्तेमाल किया था।
फेसबुक के माध्यम से पाकिस्तानी एजेंट के सम्पर्क में आया कुमार विकास
बयान में कहा गया है कि कुमार विकास फेसबुक के माध्यम से संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट के सम्पर्क में आया। बयान में कहा गया है कि जांच में पता चला कि विकास आयुध निर्माण से जुड़े दस्तावेज, कर्मचारी उपस्थिति पत्रक, मशीन लेआउट और उत्पादन चार्ट से संबंधित गोपनीय दस्तावेज और संवेदनशील डेटा व्हाट्सऐप के माध्यम से भेज रहा था। बयान के अनुसार इससे पहले, 13 मार्च को, एटीएस ने इसी तरह के अपराध के लिए हजरतपुर, फिरोजाबाद से आयुध निर्माणी के एक और कर्मचारी रवींद्र कुमार को गिरफ्तार किया था।
व्हाट्सऐप पर देता था गुप्त सूचनाए
बयान के अनुसार उससे पूछताछ के बाद एटीएस अधिकारियों को कुमार विकास का पता चला था, जो जनवरी 2025 से संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी एजेंट ने खुद को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) कर्मचारी के रूप में पेश किया था और शुरुआत में फेसबुक के जरिये कुमार विकास से संपर्क किया था। बयान में कहा गया है कि बाद में दोनों ने मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान किया और व्हाट्सऐप पर अपना संचार जारी रखा।
वित्तीय प्रलोभन में आकर दे रहा था जानकारी
बयान में कहा गया है कि पकड़े जाने से बचने के लिए उन्होंने गुप्त बातचीत के लिए लूडो गेमिंग ऐप का इस्तेमाल किया। बयान में कहा गया है कि कुमार विकास को कथित तौर पर गोपनीय जानकारी देने के लिए वित्तीय प्रलोभन दिया गया था। कुमार विकास को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
