ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश की 42 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के बाद चयन की प्रक्रिया को लेकर पार्टी में अंतर्कलह शुरू हो गया है। लोकसभा सांसद अपरूपा पोद्दार ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर प्रत्याशियों के चयन में वित्तीय हितों को साधने का आरोप लगाया। बता दें कि अपरूपा पोद्दार आरामबाग सीट से दो बार सांसद रह चुकी हैं, लेकिन इस बार उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आर्थिक तौर पर समृद्ध नहीं होने की वजह से संभवत: पार्टी ने उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया।
अपरूपा ने बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाया कि दो मंत्रियों ने मिलीभगत से ऐसा चक्रव्यूह रचा कि उन्हें इस बार चुनाव में टिकट नहीं मिला। उन्होंने कहा, “यह दोनों ही मंत्री मेरी आर्थिक स्थिति से भलीभांति अवगत हैं।” उन्होंने कहा कि दोनों मंत्रियों ने पूरी वस्तुस्थिति को इस तरह से प्रस्तुत किया कि पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें टिकट नहीं देने में ही अपनी भलाई समझी।
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी प्रचंड जीत के साथ ही उन्होंने अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने आरामबाग लोकसभा सीट से 3.46 लाख वोटों से जीत का परचम लहराया था। यह सीट 1980 से सीपीआई (एम) का गढ़ थी। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव उनकी जीत का अंतर 1,042 के नीचे आ गया था। इस बार तृणमूल कांग्रेस ने उनकी जगह मिताली बाग को उम्मीदवार बनाया है।