मेरठ में परतापुर क्षेत्र के शंकरनगर में धर्मांतरण का मामला सामने आया है, जिसमें लगभग 500 लोगों के धर्मांतरण का आरोप है। इस घटना के बाद हिंदू रक्षा दल, किसान मंच और हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामे के बाद पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है और पांच आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। इस मामले में 12 अन्य के खिलाफ अज्ञात आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
आरोप है कि आरोपी पिछले पांच सालों से लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए लालच दे रहे थे। वे उन्हें पैसे और अन्य सामग्री देकर धर्मांतरण कराते थे। पुलिस अब इन आरोपियों के बैंक खातों की जांच कर रही है ताकि उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा सकें।जानी थाना क्षेत्र के खेड़की मुजक्कीपुर निवासी विनीत ने शंकरनगर में एक तीन मंजिला मकान बनवाया था। इस मकान के एक बड़े हॉल में मिनी चर्च का निर्माण किया गया था, जहां प्रत्येक रविवार को मानसिक बीमारियों का इलाज करने के नाम पर लोग इकट्ठा होते थे। आरोप है कि इन प्रार्थना सभाओं के दौरान लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जाता था। रविवार को जब हिंदू रक्षा दल के जिला प्रभारी अंकुर शर्मा, भारतीय किसान मंच के क्षेत्रीय प्रभारी गौरव पाराशर, सर्वेश उपाध्याय और सचिन सिरोही मौके पर पहुंचे, तो वहां एक हंगामा मच गया। हंगामे के दौरान जब कार्यकर्ताओं ने सवाल किए, तो वहां अफरातफरी मच गई। इसके बाद, कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि धर्मांतरण के लिए लोगों को धन का प्रलोभन दिया जा रहा था। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी, और मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी विनीत पास्टर, उसकी पत्नी पायल, मां गीता, जॉनी पास्टर और संगीता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा, मौके से धार्मिक साहित्य, धर्मांतरण के फार्म और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि करीब 500 लोगों के धर्मांतरण का मामला सामने आया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।