मुजफ्फरनगर के रालोद नेता और सामाजिक न्याय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने भाजपा ज्वाइन कर ली। राजपाल सैनी ने 2022 का विधानसभा चुनाव रालोद के टिकट पर लड़ा था। 33 साल के राजनीतिक करियर के दौरान उन्होंने छठी बार सियासी पाला बदल किया है।
मुजफ्फरनगर में पिछड़ा वर्ग की राजनीति में खासा प्रभुत्व रखने वाले रालोद नेता राजपाल सैनी ने पार्टी को अलविदा कह कर लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। बसपा से राज्यसभा जा चुके राजपाल सैनी के नए कदम को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने रालोद के टिकट पर खतौली से चुनाव लड़ा था। अगस्त 2021 में राजपाल सैनी बसपा छोड़कर सपा में आ गए थे।
पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने 33 साल के सियासी जीवन में सोमवार को छठी बार सियासी पाला बदला। मुजफ्फरनगर के बढ़ाना क्षेत्र के गांव लूहसाना निवासी राजपाल सैनी ने अपने करियर की शुरुआत हाइडिल विभाग में नौकरी से की थी। जिसके बाद कई बार राजनीतिक पहले बदले। पिछड़ा वर्ग में अपना अच्छा प्रभाव रखने वाले राजपाल सैनी 90 के दशक में जनता दल के प्रदेश महासचिव बने। जनता दल के टिकट पर उन्होंने शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। 1994 में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के कहने पर सपा में शामिल हुए।
इसी साल 1994 में सपा जिलाध्यक्ष बने, जो लगातार चार साल तक इस पद पर रहे। 1998 में बसपा में शामिल होकर बसपा जिलाध्यक्ष बने। 1999 में मुजफ्फरनगर लोकसभा से बसपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ा। वर्ष 2002 में मोरना विधानसभा सीट से एमएलए बनने के बाद बसपा सरकार के युवा कल्याण व खेल मंत्री मंत्री बने। 2007 में बसपा सरकार में खाद बीज निगम के चेयरमैन बने।
वर्ष 2010 में बसपा से राज्यसभा सदस्य बने। वर्ष 2017 में खतौली विधानसभा सीट से बेटे शिवान सैनी को बसपा से चुनाव लड़ाया। अगस्त 2021 में समाजवादी पार्टी जॉइन की और 2022 विधानसभा चुनाव रालोद के टिकट पर खतौली से लड़ा।