बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के तुरकौलिया थाना क्षेत्र में एक सेवानिवृत्त सैनिक (Retired soldier Murder) की जहर देकर हत्या कर दी गई है। देश की सीमा पर दुश्मन देश की गोलियां जिसे नहीं मार पाईं, उसे अपने गृहक्षेत्र में जहर ने मार दिया है। शंकर सरैया उत्तरी पंचायत निवासी प्रभु सिंह की जहर देकर हत्या कर दी गई है।
प्रभु सिंह ने वर्षों भारतीय सेवा में रहकर देश की सीमा की रक्षा की है। सेवानिवृत्ति के बाद वे गांव आकर रहने लगे। बुधवार को उन्हें जहर देकर मारने का प्रयास किया गया। मोतिहारी के एक निजी चिकित्सालय में उनके प्राण रक्षा का प्रयास चला लेकिन देर रात मौत जीत गई और उनकी सांसें सदा के लिए थम गईं। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि पूर्व सैनिक प्रभु सिंह के पुत्र ने पुलिस को आवेदन देकर अपने पिता की हत्या का आरोप शंकर सरैया उत्तरी पंचायत के मुखिया अशरफ आलम पर लगाया है।
मुखिया ने अपने घर बुलाकर खाने में दिया जहर
सैनिक पुत्र द्वारा दर्ज कराई गई प्रथमिकी के अनुसार, मुखिया अशरफ आलम ने जमीन देने के लिए उसके पिता से नौ लाख रुपये लिए थे लेकिन जमीन नहीं दे रहे थे। पैसे वापस करने के लिए उसके पिता को मुखिया ने अपने घर बुलाया था और खाना में जहर दे दिया। गंम्भीर हालात में उन्हें शहर के एक निजी नर्सिंग में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान देर रात्रि में उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद पूर्व सैनिक का शव पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया है और आरोपी मुखिया की गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
