पुलिस की पूछताछ में गिरोह का सदस्य बृज मोहन बाइक चोरी करने से पहले रेकी किया करता था। उसके बाद बड़ी सफाई से बाइक और स्कूटी के ताले तोड़कर चोरी कर लिया करता था। बृज मोहन बाइक चोरी करने के उपरांत अपने दूसरे साथी कमल को चोरी की बाइक और स्कूटी सप्लाई करता था। कमल इन वाहनों को काटकर अलग अलग पार्ट्स बेचने का काम करता था। तीसरा व्यक्ति जितेंद्र कबाड़ी का काम करता है, जो इन पार्ट्स को खरीदकर बेचने का काम करता था।
सूरज राय ने बताया कि इन बदमाशों पर इसके अलावा 8/9 मामले और पंजीकृत हैं। इस गैंग के अन्य आपराधिक इतिहास के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। तीन से चार महीने से गैंग कुछ अधिक ही एक्टिव था। इस मामले से पूर्व के चोरी के मामलों में इनकी संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि वाहन चोरी एक ऐसा अपराध है, जो सीधे व्यक्ति को प्रभावित करता है। आमतौर पर यह अपराध नजर नहीं आता है, बस विक्टिम ही इस अपराध को जान सकता है।
डीसीपी सिटी ने बताया कि इस गैंग के खुलासे के लिए थाना हरीपर्वत पुलिस, सर्विलांस, एसओजी ने संयुक्त रूप से इस गैंग को पकड़ा है। बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि इस गैंग का लीडर कमल मिस्त्री है। ये तीनों अच्छे दोस्त हैं। तीनों लोग कमल के कहने पर ही डिमांड के अनुसार बाइकों की रैकी करने के बाद चोरी करने के लिए भीड़ भाड़ वाली जगह चुनते थे। जैसे ही वाहन स्वामी दूर पहुंच जाता था, बृज मोहन बाइक/स्कूटी के ताले तोड़कर रफूचक्कर हो जाता था। ये बदमाश चोरी के वाहन को सुनसान जगह या जंगलों में पहुंचाकर उसके काटने का इंतजाम किया करते थे।
डीसीपी सिटी ने बताया कि पुलिस ने बदमाशों से 08 बाइक, 12 बाइक के स्पेयर पार्ट्स, बाइक की टंकी, साइलेंसर एवं अन्य स्पेयर पार्ट्स बरामद किए हैं। इस गैंग से मिले स्पेयर पार्ट्स के आकलन के अनुसार, करीब 20 बाइक का अनुमान लगाया जा रहा है, जो पुलिस ने बरामद की है। थाना हरीपर्वत एसओजी एवं सर्विलांस टीम को संयुक्त रूप से 25000 रुपये का कैश रिवार्ड दिया जा रहा है।