पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के माध्यम से उत्तर प्रदेश राज्य के सभी केन्द्र सरकार के कर्मचारियों और राज्य स्तर के कर्मचारी आज मंगलवार को को चारबाग में पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर एक विशाल रैली का आयोजन किया है। जिसमे लाखों की संख्या में उपस्थित होकर विरोध करेंगे।
पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के राष्ट्रीय संयोजक कामरेड शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि 1 जनवरी, 2004 के बाद सरकारी सेवा में आये कर्मचारियों के लिए एनपीएस एक छलावा साबित हुई है, और जो भी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनके साथ भारी अन्याय किया जा रहा है। कामरेड मिश्र ने कहा कि सरकारी कर्मचारी 30 से 40 वर्ष की सेवा देकर स्वयं और आश्रितों को पेंशन के सहारे सामाजिक सुरक्षा का अधिकारी बनता था, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने भी उचित ठहराया, किन्तु वर्तमान सरकारें आर्थिक बोझ के नाम पर इससे बचना चाहती हैं।
कामरेड शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि एनपीएस लागू किये जाते समय इसे अत्यंत आकर्षक और लाभदायक बताया गया था, लेकिन सरकार के इस सम्बन्ध में सभी दावे खोखले साबित हुए। उन्होंने कहा कि श्रम संघों के विगत् वर्षों में विभिन्न आंदोलन के परिणामस्वरूप पिछले 23 मार्च, 2023 को वित्त मंत्री ने एनपीएस की समीक्षा के लिए एक समिति गठित किये जाने की घोषणा भी किया और इसकी आरम्भिक बैठक भी 9 जून, 2020 को हो चुकी है, जिसमें उन्होंने एनपीएस को किसी भी स्थिति में स्वीकार करने से इनकार कर गारंटीड पेंशन की मांग की। कामरेड मिश्र ने कहा कि गारंटीड पेंशन की बहाली के लिए यह आन्दोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक केन्द्र सरकार पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा नहीं कर देती। उन्होंनें बताया कि आज की प्रान्तीय हुंकार रैली में बड़ी संख्या में केन्द्र और राज्य सरकार के कर्मचारी तथा शिक्षक हिस्सा ले रहे है।

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