केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में रह रहीं पाकिस्तानी हिंदू महिला शरणार्थियों के साथ सोमवार को रक्षा बंधन का त्योहार मनाया और कहा कि नागरिकता अधिनियम इन्हें सुरक्षा मुहैया कराएगा।
केंद्र ने लोकसभा चुनाव से पूर्व, 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने के लिए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019 के कार्यान्वयन की घोषणा की थी।
इन प्रवासियों में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई शामिल हैं। गोयल ने कहा, ‘‘नागरिकता (संशोधन) अधिनियम ने सम्मान और सुरक्षा मुहैया कराई है जो आपका अधिकार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे रक्षा बंधन त्योहारों में से एक है।’’ इन सभी महिलाओं ने केंद्रीय मंत्री को राखी बांधी। कोलकाता में आर जी कर अस्पताल की प्रशिक्षु चिकित्सक से बलात्कार व हत्या की घटना पर मंत्री ने कहा कि यह ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है… मुझे यकीन है कि इससे देश की अंतरात्मा जागृत होगी। यह वास्तव में एक नृशंस कृत्य है।’’ महिला चिकित्सक का शव 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर पाया गया था।