पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच नई दिल्ली में आज फिर एक बड़ी बैठक हुई। रक्षा सचिव राजेश कुमार और पीएम मोदी के बीच आज एक अहम मीटिंग हुई। मीटिंग के दौरान क्या बातचीत हुई, इसको लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को एयरफोर्स चीफ अमरप्रीत सिंह से मुलाकात की थी, जबकि शनिवार को उनसे मिलने एडमिरल दिनेश त्रिपाठी पहुंचे थे।
बता दें कि पहलगाम हमले के बाद अब तक पीएम मोदी कई बड़ी बैठकें कर चुके हैं। पीएम मोदी ने 26 अप्रैल को पहली सीसीएस बैठक की अध्यक्षता की थी। इसके बाद 30 अप्रैल को पीएम ने सेना उपेंद्र द्विवेदी से मीटिंग की थी। इस दौरान विदेश मंत्री और एनएसए भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि भारत की प्रतिक्रिया टाइमिंग, तरीका और लक्ष्य सेनाएं स्वयं तय करेंगी।
परमाणु हमले की दे रहा गीदड़भभकी
उधर हमले के डर से बौखलाया पाकिस्तान हर रोज सीजफायर कर रहा है। वह करीब पिछले 10 दिनों से रोज जम्मू-कश्मीर में सीमा की अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी कर रहा है। भारतीय सेना पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंह तोड़ जवाब दे रही है। इस बीच पाकिस्तान सिंधु जल संधि स्थगित होने के बाद हर रोज युद्ध की गीदड़भभकी दे रहा है। खौफ में आए उनके रेल मंत्री हनीफ अब्बासी, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, सूचना मंत्री, विदेश मंत्री और कई राजदूत भारत को परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं।
सूखने लगा पाकिस्तान का हलक
भारत सिंधु जल समझौता स्थगित करने के बाद सिंधु और उसकी सहायक नदियों का जलप्रवाह रोक रहा है। आज भारत ने चिनाब नदी पर बने सालार बांध का पानी भी रोक दिया। ऐसे में चिनाब नदी का पाकिस्तान की ओर प्रवाह बंद हो गया है। इससे पहले सिंधु नदी का पहले ही भारत रोक चुका है। खबर है कि आजकल में भारत किशनगंगा प्रोजेक्ट के जरिए झेलम नदी का पानी भी रोक सकता है।
भारत ने पाकिस्तान की आर्थिक तौर पर कमर तोड़ने की तैयारी भी कर ली है। जिसके परिणाम कुछ ही समय बाद सामने नजर आने लगेंगे। भारत ने किसी तीसरे देश के जरिए भी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद कर दिया है। इसके अलावा भारत ने अपने बंदरगाह पाकिस्तानी जहाजों के लिए बंद कर दिए हैं। वहीं डाक और पार्सल सेवाएं और एयरस्पेश भी बंद कर दिए हैं।