वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बुधवार को भारत द्वारा पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले करने के “कुछ ही समय बाद” अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया।
वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, “भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। वे नपी-तुली, जिम्मेदार और गैर-उग्र प्रकृति की थीं। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि “यह बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा”। हमलों के बारे में पूछे जाने पर, ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, “यह शर्मनाक है। हमने इसके बारे में तब सुना जब हम ओवल के दरवाज़े से अंदर जा रहे थे… मुझे लगता है कि लोगों को पता था कि अतीत के कुछ हिस्से के आधार पर कुछ होने वाला है – वे लंबे समय से लड़ रहे हैं… आप जानते हैं कि वे कई, कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं, वास्तव में अगर आप वास्तव में इसके बारे में सोचते हैं। अब, मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाए।”
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में बुधवार को यह बात बताई। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू चलाया।
बयान में दूतावास ने कहा, ‘‘भारत की कार्रवाइयां केंद्रित और सटीक रहीं हैं। ये नपी-तुली, जिम्मेदार और स्थिति को बढ़ावा न देने वाली थीं। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।’’ दूतावास ने कहा कि अभियान को अंजाम देने के तुरंत बाद डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाइयों के बारे में जानकारी दी।
बयान में कहा गया है कि आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक क्रूर और जघन्य हमले में 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी। वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, हमले में बचे लोगों की गवाही और अन्य साक्ष्य हैं जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।’’
दूतावास ने कहा, ‘‘यह उम्मीद की गई थी कि पाकिस्तान आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करेगा।’’ दूतावास ने कहा कि इसके बजाय, बीते पखवाड़े के दौरान पाकिस्तान इसे नकारता रहा और भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाए।