भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना एक महीने से ज्यादा समय से जारी है। उनपर महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण का आरोप है। इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ तीन एफआईआर भी हुई, लेकिन उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस बीच धरना दे रहे रेसलर्स को कई दलों, नेताओं, सामाजिक संगठनों का साथ मिला है। इसी कड़ी में अब पहलवानों को योगगुरु बाबा रामदेव का साथ भी मिला है। योगगुरु बाबा रामदेव ने धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन करते हुए कहा कि कुश्ती संघ का मुखिया रोज बहन-बेटियों के बारे में बकवास करता है, उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
राजस्थान के भीलवाड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप हैं। उनकी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए। बाबा ने कहा कि देश के पहलवानों का जंतर मंतर पर बैठना और कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगना यह बहुत ही शर्मनाक बात है। ऐसे व्यक्तियों को तुरंत गिरफ्तार करके जेल की सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
बाबा रामदेव ने न केवल बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की बल्कि उनके बयानों को लेकर भी निशाने पर लिया। बाबा रामदेव ने कहा कि वह रोज मुंह उठाकर बार-बार मां-बहन-बेटियों के लिए बकवास करता है यह बहुत ही निंदनीय कुकृत्य और पाप है।
मालूम हो कि पहलवानों के धरने के बीच बृजभूषण शरण सिंह ने देश को पदक दिलाने वाली विनेश फोगाट को मंथरा तक कहा था। भाजपा सांसद ने इस आंदोलन को तीन पति-तीन पत्नियों का विरोध बताया था। इसके अलावा बृजभूषण शरण सिंह ने इस आंदोलन को खालिस्तान से भी जोड़ा था।
इधर पहलवानों के धरने पर बृजभूषण सिंह ने कहा है कि यह आंदोलन खालिस्तान की तरफ बढ़ रहा है। बजरंग पुनिया सिर काटने की भाषा बोल रहे हैं। कांग्रेस या किसान नेता क्या सिर काटने का समर्थन करेंगे। इनके आंदोलन में पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ नारा लगता है। 5 जून को अयोध्या में 11 लाख लोग इकठ्ठा होंगे।
दूसरी ओर धरने पर बैठे पहलवानों ने ऐलान किया है कि हम 28 मई को संसद पर महापंचायत करेंगे और हरियाणा में खाप से जुड़े लोग सिंघू बार्डर से आएंगे। हमें अभी पुलिस प्रशासन से महापंचायत को लेकर परमिशन नहीं मिली है।
साक्षी मलिक ने कहा है कि हम सभी महिला सांसदों को महा पंचायत में आने का निमंत्रण देते हैं। साक्षी ने बताया कि यूपी से किसान और मजदूर गाजीपुर बॉर्डर के जरिए दिल्ली आएंगे। राजस्थान से भी खाप पंचायतें संसद भवन के सामने आएंगी। साढ़े 11 बजे नई संसद के सामने मार्च करेंगे।