देश के पहलवानों का दिल्ली के जंतर-मंतर में पांचवें दिन प्रदर्शन जारी है। पहलवानों का आरोप है कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण किया है। इसी कड़ी में पहलवानों ने WFI के अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि कुश्ती की डोर ऐसे हाथों में है तो खिलाड़ियों का आगे बढ़ना कैसे संभव है। पुलिस और न्यायपालिका से लगातार खिलाड़ी न्याय की मांग कर रहे हैं। इनके समर्थन में गुरुवार को किसान नेता राकेश टिकैत मिलने पहुंचे हैं।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे कुश्ती खिलाड़ियों को रोहतक की खाप पंचायतों का समर्थन मिला है। किसान नेता राकेश टिकैत ने पहलवानों से बातचीत किया। इसके साथ ही खिलाड़ियों से उनकी मांगों पर चर्चा भी की है। वहीं खिलाड़ियों के धरना में राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी भी शामिल हुए। पहलवानों के साथ एक स्वर में खिलाड़ियों के न्याय की मांग की।
इस मामले में 23 जनवरी को बनाई गई थी जांच समिति पहलवानों के आक्रोश और गंभीर आरोपों को देखते हुए खेल मंत्रालय ने 23 जनवरी को महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन कर दिया था। साथ ही बृजभूषण शरण को कुश्ती महासंघ के रोजाना के कामकाज से रिपोर्ट आने तक दूर रहने को कहा गया। समिति को एक महीने में रिपोर्ट खेल मंत्रालय को सौंपने को कहा गया था। 23 अप्रैल को दोबारा खिलाड़ी जंतर-मंतर पर पहुंचे और प्रदर्शन की घोषणा की। फेडरेशन के चुनाव को फिलहाल रोक दिया गया।
देश खिलाड़ियों का आरोप है कि रेशलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाउ आरोप लगाए हैं कि सात ऐसी महिला खिलाड़ी हैं, जिनके साथ यौन शोषण और छेड़छाड़ हुई है। इससे पहले जनवरी में देश के बड़े पहलवानों बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ पर तानाशाही करने, महिला पहलवानों का यौन शोषण करने और खिलाड़ियों को डराने और धमकाने का आरोप लगाया था।