जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हाल में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों ने शुक्रवार को बंद का आयोजन किया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई पर्यटकों की निर्मम हत्या से देशभर के लोगों में गुस्सा है। पहलगाम हमले के विरोध में शुक्रवार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देने के लिए दिल्ली की तमाम मार्केट को आज बंद किया गया है। गांधीनगर और जनपथ मार्केट में सन्नाटा पसरा हुआ है।
सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, गांधीनगर, नया बाजार, खारी बावली, चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, जामा मस्जिद और हौज काजी समेत 100 से अधिक बाजार संघ बंद में भाग ले रहे हैं।दुकानदारों ने आतंकवाद के खिलाफ मार्केट बंद करने का फैसला लिया है। वहीं, कनॉट प्लेस में बंद का आंशिक असर देखा जा रहा है, यहां कुछ दुकानें सुबह से ही खुली हैं।
कपड़ा, मसाले, बर्तन और सराफा जैसे क्षेत्रों के विभिन्न व्यापारी संघ भी बंद में शामिल हुए।
वहीं, दिल्ली की जनपथ मार्केट में जहां सुबह से ही भीड़ रहती थी, लेकिन आज सन्नाटा पसरा हुआ है। सभी दुकानें, रेहड़ी-पटरी बंद हैं। कनॉट प्लेस में बंद का असर कम है, कुछ दुकानें खुली हैं, लोगों की आवाजाही सामान्य है।
व्यापारी संघ के एक सदस्य ने बताया कि दिल्ली के सबसे प्रमुख बाजारों में शामिल सदर बाजार शुक्रवार को वीरान नजर आया जहां आमतौर पर चहल-पहल रहती है। बंद की वजह से बाजार में सब्जी विक्रेता भी नहीं आए।
बाजार संघ द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि गांधीनगर स्थित एशिया का सबसे बड़ा थोक रेडीमेड कपड़ा बाजार पूरी तरह बंद रहा।
बयान में कहा गया, ‘‘बंद का उद्देश्य आतंकवादी हमले में मारे गए पर्यटकों के लिए न्याय की मांग करना और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करना है।’’
बृहस्पतिवार को ‘चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री’ (सीटीआई) ने बंद का आह्वान किया था। सीटीआई ने हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए कनॉट प्लेस में कैंडल मार्च भी निकाला। इस हमले में 26 लोग मारे गए हैं जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने शुक्रवार को कहा, ‘‘यह सिर्फ प्रदर्शन नहीं है, यह आतंकवाद के खिलाफ एक सामूहिक रुख है। हम सभी इस लड़ाई में एकजुट हैं और पहलगाम में जान गंवाने वालों की याद में बंद का आयोजन कर रहे हैं।’’
गोयल ने सरकार से पाकिस्तान के साथ सभी व्यावसायिक संबंध खत्म करने और भारत में पाकिस्तानी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की।
पहलगाम में मंगलवार को हुआ हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला है।
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। घायलों में स्थानीय निवासी भी शामिल थे।