पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देश में सरकार से लेकर आम जनता गुस्से से उबल रही है। सरकार पर आतंकवादियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का जबरदस्त दबाव है। सरकार भी इस बार आर-पार के मूड में दिखाई पड़ रही है।
ऐसे में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कई निर्णय लिए गए। प्रधानमंत्री के आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट मीटिंग में पाक के साथ सभी प्रकार के कूटनयिक संबंध को घटाने का निर्णय लिया गया है।
पाकिस्तान के उच्चायोगों के कर्मियों की घटाई संख्या
बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार भारत में सभी पाकिस्तानी सैन्य अताशे अवांछित घोषित कर दिए गए हैं। उन्हे एक हफ्ते में देश छोड़ने के लिए कहा गया है। भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों के कर्मियों की कुल संख्या में और कटौती करके उसे वर्तमान 55 से घटाकर 30 किए जाने का फैसला लिया गया है।
सिंधु जल समझौते निलंबित
सिंधु जल समझौते को भी फिलहाल निलंबित कर दिया गया है। सरकार ने अटारी बार्डर को भी बंद करने का निर्णय लिया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बैठक में लिए गए निर्णयों के बारे में जानकारी दी।
भारत इस्लामाबाद से भारतीय उच्चायोग से अपने सैन्य अताशे को वापस बुलाएगा
विदेश सचिव ने बताया कि भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने सैन्य अताशे को वापस बुलाएगा। दोनों उच्चायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस लिया जाएगा।
पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की प्रक्रिया शुरू
सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क के तहत जारी किए गए सभी वीजा छूट रद्द करने का फैसला भी किया है। इसके अलावा भारत में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को भी बंद
इस फैसले के साथ ही अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को भी बंद किया जाएगा जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच जमीनी संपर्क भी समाप्त हो जाएगा।
पाकिस्तानी नागरिकों की भारत यात्रा बंद
सीसीएस ने फैसला किया, ‘पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीज़ा छूट योजना वीज़ा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद्द माना जाएगा।
पाकिस्तानी नागरिक 48 घंटे में छोड़े भारत
एसवीईएस वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं। ये सभी फैसले भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं।
भारत में आतंकवाद के प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा
सीसीएस ने निश्चय किया कि पहलगाम हमले के हमलावरों को न्याय के शिकंजे में लाया जायेगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा भारत उन लोगों की तलाश में लगातार डटा रहेगा जिन्होंने आतंकवादी कृत्य किए हैं या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है।
सर्वदलीय बैठक आज
केंद्र सरकार पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर बृहस्पतिवार को सर्वदलीय बैठक आयोजित करेगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संभावना है कि रक्षा मंत्री राजनाथंिसह इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सिंह इस मुद्दे पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने मांग की थी कि सरकार को इस मुद्दे पर सभी दलों की एक बैठक बुलानी चाहिए।