‘सर्जिकल स्ट्राइक’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेताओं की आलोचना के शिकार पार्टी नेता शशि थरूर ने बृहस्पतिवार को कहा कि जो “कट्टरपंथी” नियंत्रण रेखा के पार भारतीय वीरता की उनकी समझ पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि वह “स्पष्ट रूप से” केवल आतंकी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाइयों की बात कर रहे थे, न कि पहले हुए युद्धों की। थरूर ने कहा कि उनकी टिप्पणी से पहले हाल के वर्षों में हुए कई हमलों का जिक्र किया गया था, जिनके दौरान भारत की पिछली प्रतिक्रियाएं नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रति सम्मान के कारण संयमित और सीमित थीं। पांच देशों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता ने यहां कथित तौर पर कहा कि भारत ने पहली बार आतंकवादी ठिकानों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया था। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।

कांग्रेस ने इस टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा और पार्टी सहयोगी उदित राज ने कहा कि उन्हें ‘‘भाजपा का सुपर प्रवक्ता” बना दिया जाना चाहिए। आलोचना का जवाब देते हुए थरूर ने कहा, “पनामा में एक लंबे और सफल दिन के बाद, मुझे आधी रात को यहां का दौरा संपन्न कर छह घंटे बाद बोगोटा, कोलंबिया के लिए रवाना होना है, इसलिए मेरे पास वास्तव में इसके लिए समय नहीं है। लेकिन फिर भी ‘‘उन कट्टरपंथियों के लिए जो अतीत में नियंत्रण रेखा के पार भारतीय वीरता के बारे में मेरी कथित अज्ञानता के बारे में चिल्ला रहे हैं-  मैं स्पष्ट रूप से केवल आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध के बारे में बोल रहा था, न कि पिछले युद्धों के बारे में।”

थरूर ने कहा, “मेरी टिप्पणियों में पहले हाल के वर्षों में हुए कई हमलों का उल्लेख किया गया था, जिनके दौरान पिछली भारतीय प्रतिक्रियाएं नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रति हमारे जिम्मेदारीपूर्ण सम्मान के कारण संयमित और सीमित थीं।” उन्होंने कहा, “लेकिन हमेशा की तरह, आलोचकों और ट्रोल का मेरे विचारों और शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का स्वागत है। मेरे पास करने के लिए वास्तव में बेहतर काम हैं। शुभ रात्रि।”  उदित राज ने सर्जिकल स्ट्राइक पर थरूर की टिप्पणी को लेकर ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रिय शशि थरूर, अफसोस! मैं प्रधानमंत्री मोदी से कह सकता हूं कि वह आपको भाजपा का मुख्य प्रवक्ता घोषित कर दें, यहां तक ​​कि भारत लौटने से पहले आपको विदेश मंत्री भी घोषित कर दें।

आप यह कहकर कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को बदनाम कैसे कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी से पहले भारत ने कभी भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार नहीं की।” उन्होंने कहा, “1965 में भारतीय सेना ने कई स्थानों पर पाकिस्तान में प्रवेश किया, जिसने लाहौर सेक्टर में पाकिस्तानियों को पूरी तरह से चौंका दिया था। 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान कई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की गईं, लेकिन इसको राजनीतिक रूप से भुनाने के लिए ढोल नहीं पीटा गया।” उदित राज ने कहा, ‘‘जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया, उसके प्रति आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?” एक्स पर राज की पोस्ट को कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश और पार्टी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी रीपोस्ट किया।  

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