ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने विपक्ष के नेता नवीन पटनायक को दिग्गज नेता बीजू पटनायक की जयंती पर बुधवार को आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा इस दिन को पंचायती राज दिवस के रूप में नहीं मनाने के फैसले पर उठे विवाद के बीच यह कदम उठाया है। राज्य में 1993 से बीजू पटनायक की जयंती को पंचायती राज दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने इसकी तारीख 24 अप्रैल कर दी तथा पांच मार्च को होने वाली सार्वजनिक छुट्टी भी रद्द कर दी।
इस मुद्दे पर विपक्ष के विरोध के बीच माझी ने पूर्व मुख्यमंत्री को मंगलवार रात को निमंत्रण पत्र भेजा। पत्र में कहा गया है, ‘‘ आपको मेरा विनम्र सम्मान। राज्य सरकार ओडिशा के महान सपूत, बीजू पटनायक की जयंती मना रही है। इस अवसर पर पांच मार्च को शाम सात बजे जयदेव भवन में राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी। मैं आपसे विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध करता हूं। आपकी गरिमामय उपस्थिति कार्यक्रम को गरिमा प्रदान करेगी।
बीजद ने इस निमंत्रण को ‘‘औपचारिकता’’ करार दिया। बीजद के वरिष्ठ नेता देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा, ‘‘ भाजपा सरकार ने महान नेता बीजू पटनायक की जयंती पर पंचायती राज दिवस मनाना बंद करके उनका अपमान किया है।
विपक्ष के नेता को निमंत्रण देना एक औपचारिकता है। विवाद के बीच मंगलवार सुबह एक अन्य घटना में कटक के महांगा क्षेत्र के हनुमान चौक पर स्थापित बीजू पटनायक की प्रतिमा तोड़ दी गई।
पुलिस अधीक्षक (कटक-ग्रामीण) प्रतीक सिंह ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। कुछ ही घंटों के भीतर उस स्थान पर एक नई प्रतिमा स्थापित कर दी गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता विश्वभूषण हरिचंदन ने बीजू पटनायक की प्रतिमा तोड़े जाने की निंदा की है।