सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया के माध्यम से संभल हिंसा के पीड़ित के बयान को पोस्ट किया और लिखा कि किसी को धमकाकर कोरे काग़ज़ पर अंगूठा लगवाना भी गुनाह है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय तत्काल संज्ञान ले और दोषी शासन-प्रशासन के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करके, इस घटना के लिए जिम्मेदार सभी को सजा दे। न्याय का मान न्यायालय ही सुनिश्चित करेगा।
इसके पहले सपा मुखिया ने पत्रकारों से बातचीत में संभल हिंसा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद में दोबारा सर्वे का काम क्यों किया? उन्होंने कहा कि मैं भी संभल जाऊंगा। संभल जाने से क्यों रोका जा रहा है। संभल का हाल जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संभल में न्याय नहीं मिल रहा है। हम संविधान का सम्मान करते हैं। हम संविधान का उत्सव कैसे मनाएं? उत्सव ढोंग नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान को नहीं मानती है।