नोएडा में ईडी की टीम ने एक घर में छापेमारी कर पोर्न साइट कंटेट क्रिएट करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। एक घर में ही पोर्नोग्राफी रैकेट चलाया जा रहा था। गिरोह की मास्टरमाइंड एक पति-पत्नी है जो लड़कियों को ज्यादा पैसे का लालच देकर पोर्न साइट पर लाइव न्यूड करवाते थे। ईडी ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है।
बता दें कि ईडी की टीम ने शुक्रवार को नोएडा में ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, उसमें उन्होंने कई खुलासे किए हैं। सूत्रों के अनुसार ये रैकेट पति और पत्नी मिलकर चला रहे थे। मुख्य आरोपी रशिया में ऐसे ही सिंडिकेट का हिस्सा रह चुका है। इसके बाद भारत आकर पत्नी के साथ पोर्नोग्राफी रैकेट शुरू किया। ये गिरोह सोशल मीडिया के जरिए काम करता था। सूत्रों की मानें तो फेसबुक पर एक पेज बनाया गया था, जिसमें माॅडलिंग के ऑफर दिए जाते थे। इस दौरान लड़कियों को मोटी सैलरी का लालच दिया जाता था।
ईडी की टीम ने फ्लैट से पकड़ी 3 लड़कियां
जानकारी के अनुसार जब कोई लड़की इंटरव्यू देने आती तो आरोपी की पत्नी उसे रैकेट का प्रस्ताव देती थी। लड़कियों को 1 से 2 लाख कमाने का लालच दिया जाता था। कई लड़कियां पैसे के लालच में इस रैकेट का हिस्सा बन जाती थी। ईडी सूत्रों की मानें तो जब फ्लैट पर रेड हुई तो वहां उन्हें काम करने वाली 3 लड़कियां मिली। जो उस टाइम ऑनलाइन जुड़ी थी।
ग्राहकों से ऐसे वसूली जाती थी रकम
ईडी ने तीनों लड़कियों के बयान भी दर्ज किए हैं। ऑनलाइन पोर्नोग्राफी के दौरान लड़कियों के अलग-अलग तरीके के टास्क होते थे। मतलब कस्टमर जितना पैसा भेजता था, उसी के हिसाब से लड़कियां एक्ट करती थीं। इसके अनुसार ही ग्राहकों से रकम वसूली जाती थी। इस कमाई का 75 प्रतिशत हिस्सा पति-पत्नी के पास जाता था। जबकि 25 प्रतिशत लड़कियों को दिया जाता था। जांच एजेंसियों की मानें तो अब तक 500 से ज्यादा लड़कियां हायर की जा चुकी होंगी। ईडी ने जब फ्लैट पर छापा मारा तो वहां पर एक प्रोफेशनल वेबकैम स्टूडियो मिला।
ऐसे हुआ भंडाफोड़
दोनों पति-पत्नी ने सबडिजी वेंचर्स नामक एक प्राइवेट कंपनी बनाई। इस कंपनी की साइप्रस कंपनी टेक्नियस लिमिटेड से एग्रीमेंट किया था। टेक्नियस लिमिटेड की ओर से एक्सहैम्सटर और स्ट्रिपचैट जैसी पोर्न वेबसाइट का संचालन किया जाता था। नोएडा में देशी पोर्न बनाकर यह कपल विदेशी वेबसाइट को भेजता था इसके बदले में कंपनी के खातों में मोटी रकम भेजी जाती थी। फेमा नियमों के उल्लंघन का शक होने पर ईडी ने इसकी जांच शुरू की तो पूरा खेल सामने आया।