नेपाल में शुक्रवार रात तेज भूकंप आये भूकंप में 129 लोगों की मौत हो गयी और सैंकड़ो लोग घायल हो गया। भूकंप के झटके पूरे उत्तर भारत से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किए गए। दिल्ली एनसीआर में लगभग 40 सैकंड तक झटके महसूस किये गये।

नेपाल के जाजरकोट जिले में शुक्रवार आधी रात को आए भूकंप के तेज झटकों के कारण कम से कम 129 लोगों की मौत हो गई है। 140 से अधिक लोग घायल हो गए।

देश में आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा में था।

शुक्रवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर आए भूकंप का असर काठमांडू, इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी नयी दिल्ली तक महसूस किया गया।

रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा।

अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल रवाना हुए। उन्होंने बताया कि नेपाल सेना और नेपाल पुलिस को बचाव कार्य में लगाया गया है।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.4 मापी गई है। भूकंप का इसका केंद्र नेपाल में 28.84 डिग्री अक्षांश और 82.19 डिग्री देशांतर पर 10 किमी की गहराई पर था।

रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान (NCS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में था।

गुरुग्राम के निवासी इंद्रजीत सिंह ने कहा, “जब हम टेलीविजन देख रहे थे, तभी काफी देर तक झटके महसूस हुए।”

गाजियाबाद के रहने वाले गोपाल ने कहा कि झटके 15 सेकंड से ज्यादा देर तक महसूस हुए।

उन्होंने कहा, “मुझे खिड़की के शीशे की खड़खड़ाहट भी सुनाई दी।”

जानकारी के अनुसार, नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है।

भूकंप के झटके दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए, जिसके चलते ऊंची इमारतों में रहने वाले कई लोग बाहर निकल आए।

नोएडा सेक्टर-76 में एक ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी के निवासी प्रत्यूष सिंह ने कहा, “वास्तव में बहुत तेज झटके महसूस हुए। यह एक बेहद डरावना एहसास था।”

भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बस्ती, बाराबंकी, फिरोजाबाद, अमेठी, गोंडा, प्रतापगढ़, भदोही, बहराइच, गोरखपुर और देवरिया जिलों के अलावा बिहार के कटिहार, मोतीहारी तथा पटना में भी महसूस किए गए।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2015 में आये 7.8 तीव्रता के भूकंप में लगभग 9,000 लोग मारे गए थे और पहाड़ी देश में पांच लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए थे ।

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