केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से भाजपा (BJP) नीत राजग सरकार से समर्थन वापस लेने की अपील करने के लिए शनिवार को समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा।
जनता दल(यूनाइटेड) के अध्यक्ष ललन ने कांग्रेस से गठबंधन के लिए भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि उनके दिवंगत पिता मुलायम सिंह यादव ने इसी पार्टी का विरोध करके राजनीति में कदम जमाए थे। ललन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शुक्रवार को दिए गए बयान के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर दिग्गज समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने से रोकने का आरोप लगाया था।
ललन से जब अखिलेश यादव की नीतीश से अपील के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अखिलेश कौन हैं?” नीतीश ने आपातकाल से पहले 1974 में जेपी आंदोलन के दौरान अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। केंद्रीय पंचायत राज मंत्री ललन ने कहा, “नेताजी (मुलायम का उपनाम) की आत्मा कराह रही होगी। आप (अखिलेश) उन लोगों की गोद में बैठे हैं, जिनके खिलाफ उन्होंने 1974 में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करते हुए लड़ाई लड़ी थी।” ललन का इशारा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ सपा के गठबंधन की ओर था। गठबंधन ने लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था जिसके कारण भाजपा बहुमत से चूक गई थी।