समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी सांसदों के निलंबन मामले पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूछा कि जब सांसदों को निलंबित करना था तो अधिक क्षमता वाली ‘बड़ी संसद’ क्यों बनवाई? सपा प्रमुख यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”जनता पूछ रही है जब सांसदों को निलंबित ही करना था तो फिर अधिक क्षमता वाली ‘बड़ी संसद’ के नाम पर नई संसद बनवाई ही क्यों?”
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इसके साथ उन्होंने लिखा कि इससे अच्छा तो भाजपा सरकार पुरानी संसद में ही दो-तीन लोगों के लिए एक नया कमरा बनवा लेती, क्योंकि इस सरकार में न तो किसी को प्रश्न पूछने दिया जाता है न कोई चर्चा करने दी जाती है और जो भी फैसले होते हैं वो भी कुछ लोग ही करते हैं। यादव ने कहा कि अगर भाजपा सरकार जनता के प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर सकती है तो फिर जनता समझ ले अगला नंबर जनता का ही है।गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना के मामले में अब तक विपक्षी दलों के कुल 95 सदस्यों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया जा चुका है। इस तरह विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के करीब दो-तिहाई सदस्य निलंबित हो चुके हैं।