पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई इलाके में शनिवार शाम मुहर्रम के जुलूस के दौरान लोगों के हमले के मामले में नांगलोई के एसएचओ प्रभु दयाल की शिकायत पर आईपीसी और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत तीन प्राथमिकियां दर्ज की हैं।
पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि जुलूस में शामिल उपद्रवियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
शनिवार शाम मुहर्रम के ताजिया जुलूस के पूर्व निर्धारित मार्ग को बदलने को लेकर हुई बहस के बाद जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद झड़प हुई। उस दौरान लोगों की अनियंत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
डीसीपी हरेन्द्र सिंह ने बताया कि नांगलोई इलाके में कई ताजिया जुलूस निकाले जा रहे थे। उनमें करीब आठ से दस हजार लोग शामिल हुए थे। एक-दो आयोजक बेकाबू हो गए और उन्होंने अपने जुलूस का जो रूट पहले से तय किया था, उसे बदलने की कोशिश की। जब पुलिस ने इसका विरोध किया तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उन्हें इलाके से खदेड़ दिया।
पथराव में 12 लोगों को मामूली चोटें आई हैं जिनमें छह पुलिसकर्मी शामिल हैं इस घटना में पुलिस के कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। डीसीपी का कहना है कि इलाके में स्थिति नियंतण्रमें है। इस घटना के कुछ कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए हैं।
पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और शनिवार को सोशल मीडिया पर प्रसारित घटनाओं के वीडियो का विश्लेषण किया जा रहा है। अपराधियों की पहचान के लिए कई दलों का गठन किया गया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य हैं और कानून-व्यवस्था कायम की जा रही है। इस दौरान पुलिस और दिल्ली परिवहन निगम के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
विहिप और बजरंग दल ने पुलिस को दिया ज्ञापन
विहिप और बजरंग दल ने पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई में शनिवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान हुई झड़प को लेकर पुलिस को एक ज्ञापन दिया। दोनों संगठनों के नेताओं और समर्थकों ने घटना के खिलाफ नांगलोई पुलिस थाने में ज्ञापन दिया।
उक्त घटना में कई पुलिसकर्मी और स्वयंसेवक घायल हो गए थे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। दोनों संगठनों ने अपना ज्ञापन सौंपा और लौटने से पहले थाने के बाहर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।