घर-घर में अपनी मिठाइयों और स्नैक्स के लिए पहचान बना चुके मशहूर ब्रांड बीकानेरवाला के संस्थापक लाला केदारनाथ अग्रवाल का निधन हो गया है। केदारनाथ अग्रवाल 86 साल के थे। बीकानेरवाला टीम की तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर उनके निधन की जानकारी दी गई है।
आपको बता दें कि बीकानेरवाला परिवार में लाला केदारनाथ को ‘काकाजी’ कहकर पुकारा जाता था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीकानेरवाला ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘काकाजी के निधन से उस युग का अंत हो गया, जिसने स्वाद की दुनिया को एक नई पहचान दी। काकाजी का जाना केवल बीकानेरवाला ग्रुप के लिए ही क्षति नहीं है, बल्कि उनके निधन से खान-पान की दुनिया में भी एक शून्य आ गया है। उनके विजन और लीडरशिप से हमें हमेशा प्रेरणा मिलती रहेगी।’
केदारनाथ राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले थे और उनका परिवार यहीं पर साल 1905 से एक मिठाई की दुकान चलाता था। इस दुकान का नाम था बीकानेर नमकीन भंडार और यहां अलग-अलग स्वाद के स्नैक्स और मिठाइयां मिलती थीं। इसके बाद केदारनाथ अग्रवाल ने अपने पारिवारिक बिजनेस को आगे बढ़ाने का फैसला किया और भाई सत्यनारायण अग्रवाल के साथ दिल्ली चले आए। हालांकि, सबकुछ इतना आसान नहीं था और दोनों भाइयों को यहां काफी मेहनत करनी पड़ी।
आपको सुनकर ताज्जुब होगा कि मशहूर बीकानेरवाला ब्रांड को शुरू करने वाले लाला केदारनाथ अग्रवाल उर्फ काकाजी ने शुरुआत में पुरानी दिल्ली में बाल्टियों में रसगुल्ले और भुजिया बेचना शुरू किया। जब उनके बनाए स्नैक्स और मिठाइयों के स्वाद को पहचान मिलने लगी तो दोनों भाइयों ने मिलकर दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में अपनी पहली दुकान खोली। अपनी पारिवारिक रेसिपी का इस्तेमाल कर दोनों भाइयों ने ग्राहकों को मूंग दाल हलवा, काजू कतली, बीकानेरी भुजिया और दूसरे स्नैक्स का स्वाद चखाया।
आज बीकानेरवाला को घर-घर में पहचान मिल चुकी है और चाहे होली हो या दिवाली, इनके मिठाई और स्नैक्स का स्वाद हर कोई लेना चाहता है। भारत की ही अगर बात करें तो देश में बीकानेरवाला के 60 से ज्यादा आउटलेट्स हैं। इसके अलावा अमेरिका, सिंगापुर, यूएई, नेपाल और न्यूजीलैंड में भी बीकानेरवाला अपना स्वाद लोगों को दे रहा है।