उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर बड़ा अपडेट सामने आया है। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान के बाद 03 मई को केदारनााथ यात्रा स्थगित करने के बाद आज गुरुवार 04 मई को यात्रा को दोबारा शुरू किया गया था। लेकिन, कुछ ही घंटों की यात्रा के बाद एक बार फिर यात्रा को रोक दिया गया है। धाम से करीब तीन किलोमीटर पहले एक ग्लेशियर के टूटने की वजह से यात्रा को रोका गया है। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में चेतावनी जारी की है।
ग्लेशिश के पैदल मार्ग पर आने की वजह से केदारनाथ धाम को दर्शन के लिए पहुंचे तीर्थ यात्री फंस गए हैं। सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम को दर्शन के लिए भेजे तीर्थ यात्री गौरीकुंड में फंसे हुए हैं। एमपी, राजस्थान, यूपी, दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई राज्यों से उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों की परेशानी भी बढ़ गईं हैं।
केदारनाथ पैदल मार्ग भैरव और कुबेर गदेरे के बीच ग्लेशियर आने के कारण फिर से बंद हो गया है। हालांकि जिला प्रशासन के निर्देशों पर मार्ग खोलने का काम जारी है। लेकिन, पैदल मार्ग पर भारी बर्फ के जमा होने की वजह से आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। गुरुवार को केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
बीते दिन केदारनाथ पैदल मार्ग भैरव और कुबेर गदेरे के पास ग्लेशियर आने से बंद हो गया था जिसे डीडीएमए लोनिवि द्वारा गुरुवार सुबह खोल दिया गया था किंतु गुरुवार को ही दोपहर 2 बजकर 25 मिनट पर फिर से ऊपरी क्षेत्र से ग्लेशियर टूटकर आई बर्फ से मार्ग पूरी तरह आवाजाही के लिए बंद हो गया है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग बीते सायं भैरव और कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग आवागमन के लिए बंद हो गया था। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशों पर यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों ने दोनों ग्लेशियरों से बर्फ हटाने का कार्य किया गया।
गुरुवार दोपहर को मार्ग आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया गया था किंतु दोपहर 2 बजकर 25 मिनट पर फिर से इसी स्थान पर ग्लेशियर टूटने से मार्ग बंद हो गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारू न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं। वे जिस स्थान पर हैं उसी स्थान पर सुरक्षित ठहरें।
जिलाधिकारी ने कहा कि जो यात्री हेली सेवा से दर्शन करना चाहते हैं वे हेली सेवा द्वारा केदारनाथ धाम पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन कर सकते हैं। उन्होंने यात्रा मार्ग में दोनों ग्लेशियर पर तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को निर्देश दिए कि अपनी सुरक्षा के साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें l
साथ ही शीघ्र केदारनाथ हाईवे से बर्फ हटाते हुए मार्ग आवाजाही के लिए सुचारु किया जाए। डीडीएमए के ईई प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि भैरव और कुबेर गदेरे में 10 फीट की ऊंचाई तक ग्लेशियर आया है। जिसे खोलने का काम किया जा रहा है। ग्लेशियर के ऊपर काटकर 3 फीट चौडा रास्ता बनाया जा रहा है ताकि यात्रियों को आवाजाही में दिक्कतें न हो।
गुरुवार सुबह यहां एक बार मार्ग खोल दिया गया था किंतु बाद में फिर ग्लेशियर टूटने से रास्ता बंद हो गया। प्रशासन की ओर से केदारनाथ धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों से अपील की जा रही है कि सफर के दौरान वे सतर्क रहें। किसी भी परेशानी होने पर तुरंत ही हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।