अब तक कुंभ और माघ मेले में ही चर्चा में रहने वाले जूना अखाड़ा के संन्यासियों ने रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दृष्टिगत डेरा डाल दिया है।
जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव महंत हरि गिरि और जूना अखाड़ा के सभापति महंत प्रेम गिरि अखाड़ा के संन्यासियों के साथ अयोध्याधाम पहुंचे। उन्होंने राम लला का दर्शन-पूजन कर हनुमान गढ़ी में हनुमान जी के दर्शन किए।
उनके साथ संतों और भक्तों में महंत बलवान गिरि, महंत माधुरी गिरि, धानापति महंत आशुतोष गिरि, पीएन द्विवेदी, चंदन, हरिशरण, राहुल, विनायक, अजय पांडेय, मोहन लाल, मुकेश समेत भक्तों ने भी पूजन किया।
आद्य शंकराचार्य ने शैव सम्प्रदाय के दशनामी संन्यासियों को संगठित कर सनातन धर्म की रक्षा के लिए सात अखाड़ों का गठन किया था। इनमें श्री पंचदशनामी जूना अखाड़ा सबसे बड़ा है। इस अखाड़े की गतिविधियां अब अयोध्या में भी प्रारंभ हो गई हैं।
इसी क्रम में विधि-विधान से राम की पौड़ी स्थित अखाड़ा के आश्रम “अवध दत्तात्रेय मंदिर” में महीने भर चलने वाला अनुष्ठान प्रारंभ किया गया। अनुष्ठान में सबसे पहले श्रीरामचरित मानस का अखंड पाठ प्रारंभ किया गया है। इसके पश्चात श्री विष्णु पुराण, श्रीशिव पुराण व श्रीमद्देवीभागवत का पारायण किया जाएगा।
सभी धार्मिक अनुष्ठान आचार्य डॉ. शशि शेखर शर्मा और आचार्य दीपक शर्मा के आचार्यत्व में हरिद्वार व काशी के विद्वान संपन्न करा रहे हैं। अनुष्ठान प्रारंभ करने से पूर्व सरयू की पूजा, लता चौराहे पर वीणावादिनी मां सरस्वती की पूजा, नागेश्वरनाथ के मंदिर में जाकर शिवार्चन किया गया।