बाबा महाकाल की नगरी में उज्जैन में पीएम मोदी में वर्चुअली दुनिया की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत विकसित मध्यप्रदेश को संबोधित किया है। पीएम ने एमपी को 1700 करोड़ रूपए से अधिक विकास कार्यों का वर्चुअली लोकार्पण और भूमिपूजन किया है। आइए हम आपको बताते हैं कि वैदिक घड़ी में क्या खास है।
वैदिक घड़ी को इंटरनेट और ग्लोबल पॉजिशिनिंग सिस्टम यानी जीपीएस (GPS) से जोड़ा गया है। इससे इंडियन टाइम स्टैंडर्ड(IST),ग्रीनवीच मीन टाइम (GMT) विक्रम संवत्, सूर्योदय- सूर्यास्त,ग्रह,भद्रा,योग, नक्षत्र,चौघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण की जानकारियां मिलेंगी।
वैदिक घड़ी का एप भी लॉन्च किया जाएगा। इस घड़ी को ‘विक्रमादित्य वैदिक घड़ी’ नाम दिया गया है। वैदिक घड़ी के फीचर एप से ही चलेंगे। घड़ी में जो भी बदलाव होगें वो भी एप में दिखेंगे। इसे एप के द्वारा अपरेट किया जा सकेगा। यह वैदिक घड़ी उज्जैन स्थित जीवाजी वैधशाला के पास जंतर-मंतर में बनाया गया है। इसकी ऊंचाई 85 फीट है। ये दुन्या की पहली ऐसी घड़ी है जिसमें काल की गणना को दर्शाया गया है। उज्जैन के टाइम कैलकुलेशन का केंद्र माना जाता है। बता दें कि उज्जैन से ट्रॉपिक ऑफ कैंसर की रेखा भी गुजरी है।