उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का निर्माण कार्य दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना का पहला खंड तीन साल में शुरू होने की उम्मीद है। हम अपने पूंजीगत व्यय कार्यक्रम पर बहुत अधिक ध्यान दे रहे हैं…जहां तक हवाई अड्डों का सवाल है, हमारी 95,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना है। इसमें सरकार का हिस्सा लगभग 25 प्रतिशत और निजी क्षेत्र का 75 प्रतिशत होगा।”
मंत्री ने कहा, ‘भारत में बुनियादी ढांचे का समग्र विकास’ विषय पर एक सम्मेलन के मौके पर अयोध्या हवाई अड्डे के बारे में पूछने पर कहा कि वह दैनिक आधार पर परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। एक चार्ट बनाया गया है, जिसमें परियोजना में हो रही प्रगति को अंकित किया जाता है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि इस महीने के अंत तक यह बनकर तैयार हो जाएगा और जब यह पूरा हो जाएगा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।”
सिंधिया ने आगे कहा कि नवी मुंबई में दूसरा हवाई अड्डा और उत्तर प्रदेश में जेवर हवाई अड्डा अगले साल के अंत तक चालू हो जाएगा। रेलवे क्षेत्र के बारे में उन्होंने कहा कि 2014 के बाद नयी उच्च गति वाली वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ एक बदलाव आया। ये गाड़ी केवल 52 सेकंड में 100 किलोमीटर की गति छू सकती है। सिंधिया ने कहा, ‘‘देश रेल सेवाओं और यात्रियों की सुरक्षा में सुधार जारी रखेगा। तीन साल के भीतर हम (सरकार) भारत में बुलेट ट्रेन लाने जा रहे हैं। भारत रेल सेवा में पहला स्थान हासिल करेगा। 2026 के अंत और 2027 की शुरुआत में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का पहला खंड शुरू हो जाएगा।